CHHAPRA : शुक्रवार का दिन छपरा सदर अस्पताल हंगामा का दिन रहा। कोई जिंदा बच्चे को डॉक्टर द्वारा मृत बताने को लेकर हंगामा करता रहा तो कोई कोविड-19 का वैक्सीन नहीं मिलने को लेकर डॉक्टरों व अस्पताल प्रशासन पर विभिन्न प्रकार का आरोप मढते दिखा। शहर के रूपगंज मोहल्ले में घर की दीवार गिरने से एक 7 वर्षीय बच्चा दब गया जिसकी वजह से उसकी मौत हो गई। वहीं मौजूद परिजनों के द्वारा जल्दी ईंट पत्थर हटाकर बच्चे को निकाला गया और आनन फानन में छपरा सदर अस्पताल लाकर भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
जब इसकी सूचना परिजनों को मिली तो परिजनों के बीच चीख-पुकार मच गयी। घटना के संबंध में लोगों ने बताया कि अंश घर के बगल में ही खेल रहा था उसी दौरान अचानक घर का दीवार गिर गया। जिसकी वजह से वह मौके पर ही दब गया और पूरी तरह से जख्मी हो गया। इसके बाद परिजन उस बच्चे का शव लेकर अपने घर चले गए। और दाह संस्कार की तैयारी शुरू कर दी। घर मे रोना पीटना मचा हुआ था। तभी किसी की निगाह पड़ी की बच्चे के शरीर मे कम्पन हो रही है तो लोग पुनः डॉक्टर के यहां भागे और प्राइवेट डॉक्टर को दिखाया। प्राइवेट डॉक्टर ने सदर अस्पताल में दिखाने को कहा तो परिजन एक बार फिर सदर अस्पताल बच्चे को लेकर पहुचेऔर डाक्टरों से देखने की अपील की।
इमरजेंसी वार्ड में परिजनों ने किया तोड़फोड़
ड्यूटी पर मौजूद डाक्टरों ने उस बच्चे को पुनः देखा। लेकिन बच्चा जीवित नही था। इस पर परिजन आक्रोशित हो गए और डाक्टरों पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए तोड़ फोड़ शुरू कर दिया। इसके बाद इमरजेंसी में कार्यरत डॉक्टर अपनी जान बचा कर भागे। इसी बीच परिजन हंगामा करते रहे और इमरजेंसी पूरी तरह से खाली हो गया। इस बीच डाक्टरों के न रहने से एक और बच्चा जो वहां पहले से भर्ती था उसकी भी मौत हो गयी।
घटना की सूचना पाकर भगवान बाजार थानाध्यक्ष और टाउन थानाध्यक्ष दल बल के साथ पहुचे और स्थिति को नियंत्रित करने का प्रयास किया। वहीं घटना की सूचना पाकर अस्पताल उपाधीक्षक भी इमरजेंसी में पहुंचे और ठप्प पड़ी इमरजेंसी को फिर से चालू कराया। मृतक की पहचान नगर थाना क्षेत्र के रूप गंज मोहल्ला निवासी बबलू श्रीवास्तव के पुत्र 7 वर्षीय अंश कुमार के रूप में की गई है। वहीं इमरजेंसी ने डाक्टरों के न रहने से कोपा थाना के कुमना गाँव निवासी शिवा उम्र 6 वर्ष पिता परमेश्वर राम की भी मौत हो गयी।
इसे लेकर भी डॉक्टरों और अस्पताल प्रशासन की कार्यशैली को लेकर सवाल उठाया जा रहा है। उधर कोविड-19 का टीका नहीं मिलने को लेकर भी कई लोगों ने नाराजगी जाहिर की और सरकार से सारण के स्वास्थ्य विभाग में अविलंब हस्तक्षेप कर व्यवस्था को दुरुस्त करने की मांग की।