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अपहरण के 70 दिन बाद जंगल से युवक का कंकाल बरामद, जांच में जुटी पुलिस

अपहरण के 70 दिन बाद जंगल से युवक का कंकाल बरामद, जांच में जुटी पुलिस

NAWADA : नवादा जिले के कौआकोल पुलिस ने अपहरण के 70 दिन बाद युवक की कंकाल बरामद की है. कंकाल मिलने से इलाके में सनसनी फ़ैल गयी है. उसे देखने के लिए लोगों की भीड़ जमा हो गयी. बताया जा रहा है कि अपराधियों ने राजेन्द्र यादव उर्फ राजो की हत्या 18 जून को ही गोली मारकर और लाठी डंडे से पीट पीटकर कर दी थी. इसका खुलासा सोमवार को घटना में शामिल एक अपराधी से पूछताछ में हुआ. उसकी निशानदेही पर पुलिस ने टिकोडीह कब्रिस्तान के रास्ते जाने वाली पहाड़पुर जंगल के बड़कीटाँड़ पहाड़ी के पास से राजो यादव का कंकाल बरामद किया. 

बताते चलें कि 18 जून को पहाड़पुर गांव स्थित जनवितरण दुकान में राशन खरीदने गए थाना क्षेत्र के मननीयातरी गांव निवासी राजेन्द्र यादव उर्फ राजो को अज्ञात अपराधियों ने अपहरण कर लिया. इस घटना की लिखित सूचना पांच दिन बाद उनकी पत्नी सुनीता देवी की ओर से 23 जून को कौआकोल थाना में दी गयी. उन्होंने पति के अपहरण कर हत्या की आशंका जताई थी. जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर अनुसंधान प्रारंभ कर दिया. युवक की खोजबीन के लिए पुलिस द्वारा कई अलग-अलग टीम गठन कर ताबड़तोड़ छापेमारी की गयी. लेकिन पुलिस को किसी प्रकार की सफलता हाथ नहीं लगी. 

इस मामले में पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर शनिवार को मननीयातरी गांव से ही सनोज यादव नामक एक युवक को हिरासत में लिया. पूछताछ के बाद सनोज ने अपने तीन अन्य साथियों के साथ मिलकर राजो यादव की हत्या कर दिए जाने की बात स्वीकारी. जिसके बाद आनन-फानन में पुलिस युवक के निशानदेही पर घटनास्थल पर पहुंची. पुलिस को देखकर इलाका में खलबली मच गई. पहाड़पुर के बड़कीटांड़ जंगल से अपहृत राजो यादव के नरकंकाल को देखकर पुलिस के होश उड़ गए. पुलिस शव को बरामद कर सदर अस्पताल ले आई. पूरे मामले पर पकरीबरावां के डीएसपी मुकेश कुमार साहा ने बताया कि युवक के नरकंकाल को पोस्टमार्टम एवं डीएनए टेस्ट के लिए फोरेंसिक विभाग पटना भेजा जाएगा. उन्होंने कहा कि घटना में शामिल सभी आरोपियों को शीघ्र ही गिरफ्तार कर जेल भेज दिया जाएग. इधर थानाध्यक्ष मनोज कुमार ने बताया कि गिरफ्तार सनोज यादव ने घटना में कौशल यादव, अनिक यादव सहित कुछ अन्य साथियों का नाम उजागर किया है. 

इधर सूत्रों की माने तो अनिक यादव और सनोज यादव दोनों मिलकर शराब का धंधा करते थे. इसकी जानकारी राजेंद्र यादव को थी. वह इस धंधे में रुकावट बन रहा था. उसे रास्ते से हटाने के लिए ही इस घटना को अंजाम दिया गया. वहीं कुछ लोग इसे पुरानी रंजिश का परिणाम भी बता रहे हैं. बरहाल जो भी हो घटना के बाद इलाके में एक बार फिर से दहशत का माहौल कायम हो कर रह गया है.

नवादा से अमन सिन्हा की रिपोर्ट



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