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ए बड़का साहेब...आंकड़ा का तो गजबे कमाल है, मोबाइल नम्बर से तो पता चल रहा सब गोलमाल है,हुजूर को डुबोकर ही मानियेगा?

ए बड़का साहेब...आंकड़ा का तो गजबे कमाल है, मोबाइल नम्बर से तो पता चल रहा सब गोलमाल है,हुजूर को डुबोकर ही मानियेगा?

PATNA:  हद है हुजूर,ई बिहार में का चल रहा है, सुन रहे हैं कि जो भयानक बीमारी संसार भर मे घूमते-घूमते बिहार आया उसको भी लोग यहां बख्शने के मूड में नहीं हैं। कोई बात नहीं पहले भी बहुत लोग तरह-तरह का प्रयोग कर चुका है. संसार मे सबको पैसा और पब्लिसिटी चाहिये भले ही बदनाम क्यों न हो जाया जाएं। लेकिन समझ लीजिएगा की स्कूटर से सांढ़ ढोने के फेरा में बड़का-बड़का अधिकारी से लेकर छोटका से लेकर बड़का नेता जी तक लाल घर मे ढेला फोड़ रहे हैं। जोर लगाने, बीमारी पर बीमारी बताने पर भी जमानत नहीं मिल रही है। 

आप तो गजब के कलाकार निकले...पुरस्कार भी ले लिये

आप तो भारी कलाकार निकले,जांच में गजबे आकंड़ा बढ़ाये हैं. मुखिया भी अकबका के आपको ही चुने। लगता है कि आपके जिम्मेदारी रूपी कलाकारी से वे भी खूब वाकिफ हैं। उस भारी बीमारी के दौरान तरह-तरह का रूप धरकर बिहार के वसुंधरा के एकमात्र जिम्मेदार वीर होने का स्वांग जो आपने रचा तो समझिए कि जनता से लेकर नेता तक आपका लोहा मान गया। माने भी क्यों नहीं, घूमने से ज्यादा तेजी से जांच का आंकड़ा घुम रहा था और उससे भी तेज गति से आपकी कृति से मुखिया जी का माथा। आंकड़ा को तो समझिये की आप चक्करघिन्नी बना के रख दिये। भारी- भारी पुरस्कार भी इधर-उधर छांट लाये हैं।

ई सब बदनामी तो आप लोग ठेंगे पर रखते हैं...कौन बिगाड़ लेगा?

लेकिन ई का! आपके मातहत काम करने वाले बाबुओं ने बीमारी के बहाने आंकड़ों की सवारी करने के चक्कर मे भारी भूल कर दी। जी... अब मामला खुल गया है और  तूल भी पकड़ लिया है। खैर ई सब बदनामी को तो आपलोग ठेंगे पर रखते हैं,का कर लेगा भाई...जांच होगी...छोटे-छोटे लोग तेलहंडे में जाएंगे। पहले भी जाते रहे हैं,इस बार भी जायेंगे हाकिम तो थोड़े कुछ होगा,कौन बिगाड़ लेगा?  

अइसा मोबाइल नम्बर आप देखे थे कभी?

करेजा पर हाथ रख कर बताइएगा बड़का साहेब,अइसा मोबाइल नम्बर आप देखे थे कभी?.... खाली 10 गो जीरो है। खैर बीमारी को जो जीरो फिगर में लाना था आपने ला दिया।  बेचारा छोटकन बाबू लोग समझ लिया होगा इसके लिये यह फर्जीगिरी करना जरूरी था। 

बेचारे गिरते-पड़ते बचे हैं...एकदम डूबा के मानियेगा?

जिला से जो तथ्य निकलकर सामने आ रहे हैं वो बेहद शर्मनाक है। आम आदमी तो थूक रहा है आपलोगो पर। पंडित जी से पूछा गया... उन्होंने रटा-रटाया जवाब दे दिया जांच कराई जाएगी। आप भी बोलिये की जांच कराई जाएगी। मुखिया बेचारे क्या करें, आप लोगों पर ही भरोसा रखते हैं। एकदम डूबा के मानियेगा...बेचारे गिरते-पड़ते पकड़ के रखे हैं उसको भी आपलोग ससारने में लगे हैं। अब तो ई इंटरनेशनल बीमारी है तो बेइज्जती भी इंटरनेशनल ही न होगा। लीपने-पोतने के चक्कर मे आपके टक्कर का कोई नहीं है। जाने दीजिए ई बदनामी भी है तो इंटरनेशनल स्तर का ही....चिंता की कोई बात नहीं।

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