DESK : भारत के पारंपरिक परिधानों में धोती शामिल है। जिसे आज भी बड़ी आबादी पहनती है। लेकिन, बेंगलुरू के प्रसिद्ध जीटी मॉल में एक किसान को सिर्फ जाने से रोक दिया गया, क्योंक उसने धोती पहने हुए था। जब इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद किसानों ने विरोध और हंगामा किया तो सरकार की नींद टूटी। अब कर्नाटक की सिद्दारमैया सरकार ने ऐक्शन लिया है। सरकार ने जीटी मॉल को सात दिन बंद रखने का आदेश दिया।
बेटे के साथ फिल्म देखने गया था किसान
दरअसल, फकीरप्पा नाम के 70 वर्षीय किसान और उसके बेटे नागराज मॉल में फिल्म देखने के लिए पहुंचे थे। जहां टिकट होने के बावजूद मॉल में में प्रवेश नहीं दिया गया। जब सुरक्षाकर्मियों से पूछताछ की गई, तो उन्होंने कहा कि धोती पहनने वाले लोग मॉल के नियमों के अनुसार प्रवेश नहीं कर सकते।
इस घटना से आहत होकर किसान और उसके बेटे ने एक वीडियो में मॉल के सुरक्षाकर्मियों और प्रबंधक पर गंभीर आरोप लगाए थे। वीडियो में किसान और उसका बेटा बता रहे थे कि कैसे कपड़ों की वजह से उन्हें मॉल में एंट्री नहीं मिली। नागराज ने सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर करते हुए सरकार से कार्रवाई करने का अनुरोध किया था।
किसान समूहों ने मॉल के बाहर किया प्रदर्शन
घटना से गुस्साए स्थानीय किसान यूनियनों ने इस पर विरोध प्रदर्शन किया और मॉल प्रबंधन से किसान से माफी मांगने की मांग की। अभिनेत्री और मॉडल गौहर खान ने इंस्टाग्राम पर इस घटना की निंदा की। उन्होंने लिखा, "यह बिल्कुल शर्मनाक है। मॉल के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। यह भारत है और हमें अपनी संस्कृति पर गर्व होना चाहिए।
विधानसभा में उठा था मुद्दा, सात दिन के लिए मॉल बंद
इस मुद्दे को कर्नाटक विधानसभा सत्र में उठाया गया और कर्नाटक के शहरी विकास मंत्री बिरथी सुरेश ने प्रबंधन के खिलाफ सख्त कार्रवाई का वादा किया। विधानसभा में बोलते हुए सुरेश ने कहा, "कानून के अनुसार, सरकार मॉल को सात दिनों के लिए बंद कर रही है। मैंने बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका (बीबीएमपी) के अधिकारियों से बात की है, और घटना के खिलाफ कार्रवाई के तौर पर मॉल को सात दिनों के लिए बंद कर दिया जाएगा। सुरेश की घोषणा के बाद स्पीकर यूटी खादर ने इस कदम का स्वागत किया और मंत्री से इसे तुरंत लागू करने को कहा।
बता दें कि बेंगलुरु में इसी से मिलती-जुलती घटना पहले भी सामने आई थी, जब मेट्रो स्टेशन पर एक व्यक्ति को उसके पहनावे के कारण प्रवेश नहीं दिया गया। बाद में बीएमआरसीएल ने इस घटना में शामिल लोगों को निलंबित कर दिया था।