DESK: सावन की तीसरी सोमवारी को महाकाल की नगरी उज्जैन ने एक नया वर्ल्ड रिकॉर्ड बना दिया है। जिसके बाद महाकाल की नगरी के नाम एक और वर्ल्ड रिकॉर्ड दर्ज हो गया है। दरअसल, यहां 1500 लोगों ने एक साथ 10 मिनट तक डमरू बजाकर वर्ल्ड रिकॉर्ड बना लिया है और गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम भी दर्ज करा लिया है।
यह रिकॉर्ड सावन के तीसरे सोमवार यानी आज बनाया गया है। गिनीज बुक ने वर्ल्ड रिकॉर्ड का सर्टिफिकेट भी दे दिया है। ग्रीनिज बुक से आए ऋषि नाथ ने सांसद अनिल फिरोजिया, विधायक सतीश मालवीय और संतों को सर्टिफिकेट सौंपा। जानकारी के मुताबिक महाकाल लोक के पास शक्ति पथ पर 1500 लोगों ने एक साथ डमरू बजाया।
बता दें कि, महाकाल की नगरी के शक्ति पथ पर 25 दलों के 1500 डमरु वादकों ने भस्म आरती की धुन पर डमरु वादन कर भगवान महाकाल की स्तुति की ओर गिनीज बुक विश्व रिकार्ड अपने नाम कर ली। एक साथ 1500 कलाकार भगवान शिव के प्रिय वाद्य डमरू, झांझ मंजीरे की सुरमयी मंगल ध्वनि आकर्षण का केंद्र बन गई। उज्जैन नगरी डमरू की गूंज से गुंजायमान हो गई।
महाकाल महालोक के सामने शक्तिपथ पर अदभुत अनूठे आयोजन में भगवा वस्त्रों में डमरूवादक कलाकारों की मनमोहक प्रस्तुति ने सभी को भाव विभोर किया। श्री महाकालेश्वर मंदिर के महाकाल लोक स्थित शक्तिपथ पर 1500 डमरू वादकों ने मनमोहक लयबद्ध प्रस्तुति देकर विश्व रिकॉर्ड बनाया है। भगवान भोलेनाथ के प्रिय वाद्य यंत्र डमरू के नाद से अवंतिका नगरी गूंजी। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव की पहल पर उज्जैन ने डमरू वादन का विश्व कीर्तिमान रचा गया है। गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के एडिटर ऋषिनाथ ने डमरु वादन के वर्ल्ड रिकॉर्ड का सर्टिफिकेट प्रदान किया गया। वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने पर मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने डमरू वादन के विश्व रिकॉर्ड के लिए उज्जैन को बधाई और शुभकामनाएं ओर बधाई दी है।