RANCHI : सिमडेगा जिला के भेडिकुदर गांव में आदिवासी नौजवानों पर भीड़ द्वारा जानलेवा हमले के विरोध में अखिल भारतीय आदिवासी महासभा समेत कई सामाजिक संगठनों ने संयुक्त रूप से अपना प्रतिवाद किया। यह प्रतिवाद अल्बर्ट एक्का चौक पर मानव श्रृंखला बनाकर किया गया।
इस मौके पर अखिल भारतीय आदिवासी महासभा के पुनीत मिंज ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि हेमन्त सरकार में इस तरह कानून हाथ में लेकर आदिवासियों पर हमला बहुत ही चिंताजनक है, क्योंकि यह सरकार को एक चुनौती है। सरकार को यह बताना चाहिए कि आदिवासी नवजवानों को मॉब लिंचिग का शिकार क्यों बनाया जा रहा है।
पुनीत मिंज ने कहा कि कट्टरपंथी ताकतें यह बताना चाहती हैं कि आप कुछ भी कर लो, हम अपनी मनमानी चलाएंगे। सरकार को इसपर विचार करना चाहिए और कानून को तोड़ने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
इस मौके पर छुम्मू उरांव, एलिस चेरोवा, आलोका कुजुर, रोशन होरो, संजय कुमार, आदिवासी अधिकार मंच के प्रफुल्ल लिंडा, प्रवीर पीटर, इफ्तेखार अहमद, मेहुल मृगेन्द्र, नौशाद खान समेत कई लोग उपस्थित थे।
रांची से मो. मोईजुद्दीन की रिपोर्ट