DESK:कोरोना वायरस संकट के बीच पूरी दुनिया में वैक्सीन बनाने की होड़ जारी है, मगर रूस इसके काफी करीब पहुंच चुका है. कोरोना वायरस के कहर के बीच रूस से अच्छी खबर ये है कि रूस कोरोना वायरस की पहली वैक्सीन का रजिस्ट्रेशन कराने के लिए बुधवार (12 अगस्त) को तैयार है. रूस का दावा है कि कोरोना वैक्सीन तैयार करने में वह दुनियाभर के देशों से आगे हैं. रूस के उप स्वास्थ्य मंत्री ओलेग ग्रिडनेव ने ऐलान किया कि कल यानी 12 अगस्त को करोना वैक्सीन का रजिस्ट्रेशन होगा.
हालांकि, अमेरिका, ब्रिटेन समेत कई देश रूस के इस दावे को संशय भरी निगाहों से देख रहे हैं. मगर रूस का दावा है कि उसने कोरोना की वैक्सीन बना ली है, जिसका पंजीकरण कल होगा और उसके बाद इसके उत्पादन और टीकाकरण पर जोर दिया जाएगा. यह वैक्सीन गामालेया शोध संस्थान और रूस के रक्षा मंत्रालय के संयुक्त तत्वावधान में तैयार हुई है.
दरअसल, वैक्सीन के चिकित्सा परीक्षणों की शुरुआत 18 जून को हुई और इसमें 38 लोग शामिल हुए। उन सभी में प्रतिरोधक क्षमता विकसित हो गई है.पहले समूह को 15 जुलाई को छुट्टी दी गई, जबकि दूसरे को 20 जुलाई को छुट्टी दी गई. ग्रिडनेव ने कहा कि अभी परीक्षण तीसरे चरण में है.उन्होंने कहा, ‘गामालेया केंद्र ने इस वैक्सीन को तैयार किया है, जिसे 12 अगस्त को पंजीकृत किया जाएगा। फिलहाल इसका परीक्षण अंतिम और तीसरे दौर में है.यह परीक्षण बहुत महत्वपूर्ण हैं। हमें यह ध्यान देना होगा कि टीका सुरक्षित हो. चिकित्सा पेशेवरों और वरिष्ठ नागरिकों का सबसे पहले टीकाकरण किया जाएगा.
अक्टूबर से मिलने लगेगी वैक्सीन
रूस के स्वास्थ्य मंत्री मिखाइल मुराशको ने कहा कि ‘जोखिम समूहों’ के सदस्यों, जैसे चिकित्सीय पेशेवरों को इस महीने टीका लगाया जा सकता है. उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि क्या वे तीसरे चरण के अध्ययन का हिस्सा होंगे जिसे टीके को ‘सशर्त मंजूरी’ मिलने के बाद पूरा किया जाना है.
वहीं, रूस के उप प्रधानमंत्री तात्याना गोलिकोवा ने सितंबर में कोरोना वायरस के ‘औद्योगिक उत्पादन’ शुरू करने का वादा किया है और मुराशको ने कहा है कि सामूहिक स्तर पर टीकाकरण अक्टूबर में शुरू होगा. अगर रूस का यह दावा सही साबति होता है तो कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में यह बड़ी सफलता होगी और इस साल के अंत तक दुनिया को कोरोना वैक्सीन मिल सकती है