पटना... बिहार विधानसभा के पहले चरण के चुनाव के लिए प्रचार का शोर सोमवार की शाम को थम जाएगा। 28 अक्टूबर को इस चरण में 16 जिलों की 71 सीटों के लिए मतदान होना है। इसको लेकर सभी दलों के स्टार प्रचारक और प्रत्याशी जीत सुनिश्चित करने के लिए जी-जान से जुटे हुए हैं। पहले चरण में राज्य सरकार के आठ मंत्रियों समेत कई दिग्गज मैदान में हैं, जिनके भाग्य का फैसला 28 को ईवीएम में कैद हो जाएगा। हालांकि इनमें कौन जीत की माला पहनेगा, यह तो दस नवंबर को मतगणना के दिन ही तय होगा।
कृष्णनंदन वर्मा, प्रेम कुमार, जयकुमार, रामनारायण, विजय सिन्हा के भाग्य का भी फैसला
इस चरण में जिन दिग्गजों के भाग्य का फैसला होना है, उनमें जहानाबाद से शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन प्रसाद वर्मा, गया टाउन से कृषि मंत्री प्रेम कुमार, जमालपुर से ग्रामीण कार्य मंत्री शैलेश कुमार, दिनारा से विज्ञान एवं प्रावैधिकी मंत्री जय कुमार सिंह, बांका से राजस्व मंत्री रामनारायण मंडल, लखीसराय से श्रम संसाधन मंत्री विजय कुमार सिन्हा, चैनपुर से खनन मंत्री बृजकिशोर बिंद और राजपुर से परिवहन मंत्री संतोष कुमार निराला शामिल है।
मांझी, विजय प्रकाश, श्रेयसी, अनंत, राजेंद्र, रामेश्वर, श्रीभगवान भी मैदान में
इसके अलावा वीआईपी उम्मीदवारों में हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी इमामगंज से, यहीं से पूर्व विधानसभा अध्यक्ष उदय नारायण चैधरी राजद के टिकट पर मैदान में हैं। वहीं जमुई से पूर्व मंत्री व राजद नेता विजय प्रकाश, भाजपा की श्रेयसी सिंह जमुई से, कांग्रेस के अनंत सिंह मोकामा से चुनाव मैदान में हैं। लोजपा के दिग्गज प्रत्याशियों में दिनारा से राजेंद्र सिंह, सासाराम से रामेश्वर चैरसिया व जगदीशपुर से भगवान सिंह कुशवाहा मैदान में हैं।
राजद के 42 व जदयू के 35 मैदान में
पहले चरण में जिनके भाग्य का फैसला होना है, उनमें राजद के 42 तो जदयू के 35 उम्मीदवार शामिल हैं। इसके अलावा भाजपा के 29, कांग्रेस के 21, माले के आठ, हम के छह और वीआईपी के एक प्रत्याशी इस चरण में ताल ठोके हुए हैं। इसी प्रकार रालोसपा के 43, लोजपा के 42 और बसपा के 27 उम्मीदवार हैं। लोजपा के 42 उम्मीदवारों में 35 जदयू के खिलाफ है। वहीं, छह हम तथा एक वीआईपी के विरुद्ध लड़ रहे हैं।