Desk: तमाम कानूनी अड़चनों के बाद आखिरकार 5 अगस्त को आयोध्या में राम मंदिर का शिलान्यास कार्यक्रम पूरा हुआ. देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम मंदिर की नींव रखी.
शिलान्यास कार्यक्रम के बाद राम मंदिर का निर्माण बहुत ही तेजी से हो रहा है और उम्मीद जताई जा रही है कि 39 से 40 महीनों में राम मंदिर निर्माण का काम पूरा हो जाएगा.
अब उत्तर प्रदेश सरकार ने अयोध्या के चहुमुंखी विकास की दिशा में काम शुरू कर दिया है. यही वजह है उससे पहले योगी सरकार अयोध्या की दिल्ली और लखनऊ से कनेक्टिविटी को बेहतर करने की दिशा में काम कर रही है. अयोध्या रेलवे स्टेशन और बस टर्मिनल, इन दोनों प्रोजेक्ट पर काम 2019 में ही शुरू हो गया था. इतना ही नहीं, हवाई मार्ग से अयोध्या पहुंचने को सुगम बनाने के लिए यहां 600 एकड़ भूमि पर मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम एयरपोर्ट का निर्माण कार्य भी जारी है.
नागरिक उड्डयन विभाग के मुताबिक, अयोध्या में स्थित हवाई पट्टी को अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के रूप में विकसित किया जा रहा है। पहले चरण में यहां ए321 और दूसरे चरण में कोड-ई बी777.300 श्रेणी के विमानों का संचालन शुरू किया जाएगा. योगी सरकार ने अयोध्या स्थित हवाई पट्टी को एयरपोर्ट के रूप में विकसित करने एवं अन्य आवश्यक निर्माण कार्यों के लिए 525 करोड़ रुपये मंजूर किए हैं. कुछ वक्त पहले ही यूपी के नागरिक उड्डयन एवं अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री नंद गोपाल नंदी ने हवाई पट्टी का दौरा किया था. उन्होंने कहा था कि सरकार मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम एयरपोर्ट को विश्वस्तरीय सुविधाओं से लैस करेगी. अयोध्या में मंदिर निर्माण के बाद ना केवल भारत से बल्कि दुनियाभर से लोग आएंगे, ऐसे में अयोध्या के एयरपोर्ट को हाईटेक तकनीक से बनाया जाएगा.