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सुधाकर सिंह पर अब्दुल बारी सिद्दीकी का बड़ा बयान..शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के साथ क्या होगा..इस पर भी खूब बोले

सुधाकर सिंह पर अब्दुल बारी सिद्दीकी का बड़ा बयान..शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के साथ क्या होगा..इस पर भी खूब बोले

PATNA : नीतीश कुमार के खिलाफ आपत्तीजनक बयान देने को लेकर राजद विधायक को कारण बताओ नोटिस दिया गया है। वहीं विपक्ष का कहना है कि सिर्फ सुधाकर सिंह को नोटिस दिया गया, लेकिन रामचरित मानस को नफरती बताने वाले शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है। ऐसे विपक्ष के इन आरोपों को लेकर राजद के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव अब्दुल बारी सिद्दिकी ने बताया है कि आखिर क्यों अब तक शिक्षा मंत्री के खिलाफ अब तक कार्रवाई नहीं हुई है। अब्दूल बारी सिद्दिकी ने इस दौरान यह भी माना कि चंद्रशेखर को इस तरह के बयान देने से बचना चाहिए था, जिससे किसी धर्म के लोगों की भावना को ठेस पहुंचे।

सिर्फ एक पर कार्रवाई क्यों

राजद के प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाल चुके अब्दूल बारी सिद्दिकी ने सिर्फ सुधाकर सिंह को नोटिस दिए जाने को लेकर साफ किया कि उन्हें नोटिस लालू प्रसाद के कहने पर दिया गया है। मैं राजद के संविधान के तहत निर्देशों का पालन करता हूं। वो असहज स्थिति पैदा कर रहे थे। राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू यादव ने कहा कि उनसे पूछा जाए कि वो ऐसा क्यों कर रहे हैं। महागठबंधन मसले पर राजद संविधान के विपरीत जो भी बयान दे रहे उनके लिए सुधाकर सिंह की नोटिस अलार्मिंग हैं। हर हाल में सबको गठबंधन धर्म का पालन करना ही होगा।

जहां तक शिक्षा मंत्री प्रो. चंद्रशेखर के विवादित बयान को लेकर बात है, अभी राष्ट्रीय अध्यक्ष का किसी तरह का निर्देश नहीं आया है, ऐसे में अभी उस मसले पर कुछ भी नहीं कहूंगा।

लालू ही लेंगे अंतिम फैसला

राजद नेता ने साफ कर दिया कि हम विपक्ष की सलाह पर नहीं चलते हैं। राजद अपने नीति-नियमों के मुताबिक चलता है। सुधाकर को अपनी बात कहने के लिए एक पखवारे का समय दिया गया है। उनके जवाब पर पार्टी की अनुशासन समिति अध्ययन कर आगे की कार्रवाई के लिए अनुशंसा करेगी। अंतत: लालू फैसला लेंगे।

धर्म पर बयान देने ने खराब संदेश गया

हम राजद के बड़े नेताओं के बारे में टिप्पणी नहीं कर सकते हैं। जहां तक रामचरितमानस की बात हैं तो देश के संविधान में स्पष्ट हैं कि हम जिस भी संप्रदाय के हों, अपने धर्म में पूरी आस्था रखें और दूसरे धर्म का आदर करें। इशारों में शिक्षा मंत्री पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा ऐसे में सभी को ये सोचना होगा कि इससे इतर कुछ भी कहने से खराब संदेश जाता है। इससे पहले जदयू ने भी यह माना था कि शिक्षा मंत्री के बयान के कारण महागठबंधन सरकार को हिंदू विरोधी के रूप में देखा जा रहा है।

लंबे समय से पार्टी के बड़े मुस्लिम चेहरा रहे अब्दूल बारी सिद्दिकी ने माय समीकरण को लेकर भी कई बातें कही। उन्होंने कहा कि कोई भी दल स्पेशिफिक कास्ट की राजनीति नहीं कर सकता। संविधान के मुताबिक ही राजनीति भी चलती है। अगर ये मान भी लें कि 1 फीसदी वोट का क्षरण भी हुआ है तो इसको ऐसे भी कह सकते हैं कि अब भी राजद का 99 फीसदी वोट एकजुट (इंटैक्ट) है। सिर्फ गोपालगंज और कुढ़नी सीट के परिणाम से समूचे राज्य की स्थिति नहीं नापी जा सकती। कोई दल ये दावा भी नहीं कर सकता कि उसे किसी बिरादरी का 100 फीसदी वोट मिलता है।

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