DESK: आज के वक्त में यदि किसी को कोई काम कठिन लगता है, तो लोग ज्यादातर इसी तकियाकलाम को दोहराते हैं- ‘कोई रॉकेट साइंस थोड़े है.’ इसी तकियाकलाम से हम समझ सकते हैं कि रॉकेट साइंस कितना कठिन है। इसी को सरलता से, सुगमता से बच्चों- बच्चों के जुबान तक पहुंचाने वाली शख्सियत कोई आम तो नहीं होगी। जी हां, हम बात कर रहे हैं देश के पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम की, जिनकी पुण्यतिथि पर हर आम-ओ-खास ने उन्हें याद किया औऱ अपने तरीके से श्रद्धांजलि अर्पित की।
आज, 27 जुलाई को हमारे ग्यारवें राष्ट्रपति अबुल पकीर जैनुलआबेदीन अब्दुल कलाम की छठी पुण्यतिथि है। भारत रत्न से सम्मानित देश के पूर्व राष्ट्रपति और महान वैज्ञानिक डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम युवाओं के प्रेरणास्रोत रहे हैं। उनकी बदौलत ही भारत परमाणु शक्ति संपन्न बन सका है। इसमें अहम भूमिका निभाने वाले डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम को 'मिसाइलमैन' और ‘जनता के राष्ट्रपति’ के नाम से जाना जाता है। वह भारतीय गणतंत्र के ग्यारहवें निर्वाचित राष्ट्रपति थे। एक अन्तरिक्ष वैज्ञानिक के रूप में डॉ. कलाम ने डिफेन्स रिसर्च एंड डेवलपमेंट (DRDO) और इंडियन स्पेस रिसर्च आर्गेनाईजेशन (ISRO) नामक भारत के दो प्रमुख अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के साथ काम किया है। बैलिस्टिक मिसाइल और लांच व्हीकल टेक्नोलॉजी का विकास उनके मुख्य कार्यों में आता है। भारत के सबसे जरुरी परमाणु परीक्षणों में से एक पोखरण- 2 में भी उन्होंने एक मुख्य किरदार निभाया था। विज्ञान और राजनीति में उनके योगदान के लिए उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया गया था।
डॉ. कलाम 25 जुलाई 2002 से लेकर 27 जुलाई 2007 तक भारत के राष्ट्रपति के रूप में सक्रिय रहे। 27 जुलाई 2015 को 83 साल की उम्र में अचानक ही दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया था। उन्होनें काफी पहले कहा था, ‘मैं शिक्षक हूं और उसी तरह से अपने जीवन के अंतिम क्षणों को जीना चाहता हूं।’ और हुआ भी यही, 27 जुलाई को आईआईएम शिलौंग में गेस्ट लेक्चर भाषण देते वक़्त अचनाक ही उनकी सांसे थम गई। यह सभी के लिए बेहद मार्मिक और कभी ना भूल पाने वाला क्षण था। आज, उनकी पुण्यतिथि के मौके पर देश की गणमान्य हस्तियों ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम जी ज्ञान व कर्मठता के अद्वितीय प्रतीक थे जिन्होंने अपने जीवन का क्षण-क्षण भारत को सशक्त बनाने में लगाया। उन्होंने देश के युवाओं को सदैव नया सोचने व करने के लिए प्रेरित किया। उनका सादगी व आदर्शों से परिपूर्ण जीवन हमें सदैव राष्ट्रसेवा की प्रेरणा देता रहेगा।
— Amit Shah (@AmitShah) July 27, 2021
देश के पूर्व राष्ट्रपति,'मिसाइलमैन' के नाम से विख्यात महान वैज्ञानिक, युवाओं के प्रेरणा स्रोत, भारत को परमाणु शक्ति संपन्न बनाने में अहम भूमिका निभाने वाले भारत रत्न डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम जी की पुण्यतिथि पर विनम्र श्रद्धांजलि।
— Jagat Prakash Nadda (@JPNadda) July 27, 2021
आदर्शवादिता की मिसाल, भारत रत्न से सम्मानित महान देशभक्त, मिसाइल मैन के नाम से विख्यात, पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम जी के पुण्यतिथि पर कोटि-कोटि नमन। pic.twitter.com/oOca5YHXGW
— Tej Pratap Yadav (@TejYadav14) July 27, 2021
In fond remembrance of Dr APJ Abdul Kalam on his sixth Death Anniversary, Floral tributes were offered by Chairman DRDO Dr G Satheesh Reddy and other Personnel at DRDO Bhawan. He led DRDO during 1992-1999 taking it to greater heights. #APJAbdulKalam pic.twitter.com/yN5ITOcCl2
— DRDO (@DRDO_India) July 27, 2021