N4N Desk: आजकल की भाग दौड़ वाली ज़िन्दगी में हमे परिवार और खुद के लिए समय नहीं मिल पाता और अक्सर रिश्ते टूट जाते हैं. तलाक शब्द अब जितना आम हो गया है उतना ही तलाक लेना भी आम हो गया है. घर के छोटे-छोटे झगड़े बड़ा रूप ले लेते है और तलाक तक पहुँच जाते हैं. घर के इस नकारत्मक माहौल को हमेशा दूर रखने की कोशिश करें.
ज्यादातर झगड़े एक दूसरे को समय नहीं देने के कारण होते हैं. बिजी लाइफ में हर कोई व्यस्त है लेकिन परिवार और अपनों के लिए समय निकालना चाहिए। क्योंकि शादी से पहले लोग मिलने के बहाने ढूंढते हैं, लेकिन वहीं बाद में किसी को ऑफिस तो किसी को घर के कामों से फुर्सत ही नहीं मिलती है. ऐसे में दोनों के बीच झगड़े होने शुरू हो जाते हैं.
शादी से पहले एक-दूसरे का व्यवहार और अन्य कई चीजें अच्छी लगती हैं. लेकिन शादी के कुछ ही दिन बाद दोनों एक-दूसरे में कमियां ढूंढने लगते हैं. एक-दूसरे की आदतें बदलने की बातें शुरू कर देते हैं. यही रोक-टोक और बदलाव की इच्छा धीरे-धीरे लड़ाई का कारण बनती है.
ज्यादातर कपल्स शादी के बाद एक-दूसरे को महत्व देना छोड़ देते हैं. उनके लिए सामने वाले की बात की कीमत घट जाती है. ऐसे में इस तरह की स्थिति रिश्ते को सिर्फ तोड़ने का काम करती है न कि जोड़ने का. ऐसे में कोशिश करें कि दोनों एक-दूसरे को महत्व दें.
रिश्ते खराब होने में इसका भी एक बड़ा योगदान होता है. क्योंकि, लोग अपनी निजी राय को हमेशा सही मानते हैं और अपने पार्टनर की बात को गलत ठहराकर नजरअंदाज कर देते हैं, जिससे रिश्ते बिगड़ने शुरू हो जाते हैं. इसे रोकने के लिए जरूरी है कि सामने वाले की बात पर भी गौर किया जाए.