बिहार उत्तरप्रदेश मध्यप्रदेश उत्तराखंड झारखंड छत्तीसगढ़ राजस्थान पंजाब हरियाणा हिमाचल प्रदेश दिल्ली पश्चिम बंगाल

LATEST NEWS

उपलब्धि : गया के शिक्षक अबु फ़ैसल को राष्ट्रीय पुरस्कार से किया गया सम्मानित, पढ़िए पूरी खबर

उपलब्धि : गया के शिक्षक अबु फ़ैसल को राष्ट्रीय पुरस्कार से किया गया सम्मानित, पढ़िए पूरी खबर

GAYA : शिक्षा में शून्य निवेश कार्यक्रम के अंतर्गत गया ज़िले के टिकारी प्रखंड स्थित मध्य विद्यालय रेवई के शिक्षक अबु फ़ैसल को चार दिवसीय भव्य आयोजन में राष्ट्रीय पुरस्कार 2020 देकर सम्मानित किया गया. शिक्षा में शून्य निवेश में नवाचार के लिए मानव संसाधन विकास मंत्रालय भारत सरकार की ओर से उन्हें यह पुरस्कार दिया गया. 

केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल 'निशंक' ने आईआईटी दिल्ली के डोगरा हॉल में उन्हें सम्मानित किया. यह सम्मान मानव संसाधन विकास मंत्रालय नई दिल्ली की ओर से दिया गया है. हर वर्ष राष्ट्रीय स्तर पर शिक्षा के लिए काम काम करने वाली संस्था श्री अरबिंदो सोसायटी यह सम्मान देती है. केंद्रीय मंत्री ने शून्य निवेश नवाचार पर आधारित उनके नवाचार 'अनोखी दोस्ती' की सराहना की और उनके नवाचार को देश भर के हर विद्यालय तक पहुंचाए जाने पर बल दिया. उन्हें राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किए जाने से टिकारी प्रखंड के शिक्षकों में ख़ुशी और उत्साह का माहौल है. 

राष्ट्रीय सम्मान से सम्मानित शिक्षक अबु फ़ैसल ने बताया कि उन्हें यह सम्मान शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार के प्रयोगों को लेकर मिला है. उन्होंने बताया कि ज़िले के हर प्रखंड के प्रत्येक संकुल संसाधन केंद्र में शिक्षा में शून्य निवेश के तहत नए-नए नवाचारों के प्रयोगों पर चर्चा की गई थी. इस दौरान सभी शिक्षकों से बच्चों को शून्य निवेश के तहत शिक्षा देने के लिए नवाचार मांगे गए थे. 

फ़ैसल ने बताया कि संकुल संसाधन केंद्र अमरपुर में शून्य निवेश पर नवाचार विषय पर अयोजित प्रशिक्षण के दौरान उन्होंने अपना नवाचार प्रस्तुत किया था. उन्होंने बताया कि उन्होंने अपने नवाचार 'अनोखी दोस्ती' के माध्यम से छात्रों के संपूर्ण विकास के लिए शिक्षक और अभिभावक समेत समुदाय की भागीदारी को सुनिश्चित कराने पर बल देते हुए उसकी तरकीब बताई थी. जिसे सेंट्रल सेलेक्शन कमिटी ने नवाचार के प्रस्तुतिकरण और फिर इंटरव्यू के आधार पर चयनित किया था. उनके नवाचार के चयन के बाद उन्हें सोसाइटी द्वारा सम्मान देने का निर्णय लिया गया. उन्होंने बिहार कोऑर्डिनेटर पूजेंद्र, ब्रजेश सिंह, राजन और पूजा एवं कैपेसिटी बिल्डिंग ट्रेनर आज़ाद कुमार सिंह के सहयोग की प्रशंसा करते हुए उन्हें धन्यवाद दिया. 

श्री अरबिंदो सोसाइटी के कोऑर्डिनेटर के मुताबिक पूरे भारत से 12 लाख से ज़्यादा नवाचार भेजे गए थे. जिनमें से देश भर के 38 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 443 ज़िलों से 887 शिक्षकों को चयनित किया गया. बिहार से कुल 31 शिक्षकों का चयन राष्ट्रीय पुरस्कार के लिए किया गया था. जिनमें से गया ज़िले से कुल छह शिक्षक थे. 

इस कार्यक्रम के दौरान पूर्व केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर, ग्रामीण विकास एवं केंद्रीय ग्रामीण विकास, केंद्रीय पंचायतीराज स्वच्छता एवं पेयजल मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर, केंद्रीय मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री संजय धोत्रे, पशुपालन, डेयरी एवं मत्स्य पालन राज्य मंत्री प्रताप चंद्र सारंगी, भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव राम माधव, श्री अरबिंदो सोसाइटी के डायरेक्टर संभ्रांत शर्मा, ट्रेनिंग डायरेक्टर अशोक शर्मा समेत विभिन्न राज्यों के शिक्षा पदाधिकारी समेत हज़ारों की तादाद लोग मौजूद थे. 

गया से मनोज कुमार की रिपोर्ट

Suggested News