NEW DELHI : नई दिल्ली में लोजपा की टूट की अगली कहानी बिहार की राजधानी पटना में लिखी जाएगी। बताया जा रहा है कि लोजपा के पांचों सांसद आज पटना पहुुंच सकते हैं, जहां वह सबसे पहले सीएम नीतीश कुमार से मुलाकात करेंगे। उनके साथ जदयू के चाणक्य कहे जानेवाले और इस टूट में बड़ी भूमिका निभानेवाले ललन सिंह भी मौजूद रहेंगे। इस बात की भी संभावना जताई जा रही है कि पार्टी में टूट के बाद विधानसभा चुनाव के दौरान एनडीए से अलग हुई लोजपा को फिर से गठबंधन में शामिल कर लिया जाएगा।
इससे पहले LJP पार्टी में मची हलचल को शांत करने और आगे की रणनीति बनाने के लिए देर रात तक आगे की रणनीति पर चर्चा होती रही। पार्टी के दोनों गुट के नेता अपना आवास छोड़कर दिल्ली के 'होटल' का सहारा ले रही है। बताया जा रहा है कि दिल्ली में अपना सरकारी आवास होने के बावजूद भी पशुपति कुमार पारस और प्रिंस राज आगे की रणनीति के लिए 'द ललित होटल' में ठहरे हैं। वहीं चिराग पासवान गुट के कई नेता आज बिहार से दिल्ली पहुंचे हैं। चिराग पासवान इन नेताओं के साथ 'होटल ब्लू रैडिसन' में देर रात तक मीटिंग करते नजर आए।
बता दें कि लोजपार में हुई टूट में बड़ी भूमिका जदयू की मानी जा रही है। राजनीतिक जानकार इसे विधानसभा चुनाव में हुए नुकसान के बदले के रूप में देख रहे हैं। साथ ही बिहार में सत्ता परिवर्तन की योजना बना रहे दूसरे दलों के लिए यह सीएम नीतीश कुमार की तरफ से चेतावनी के रूप में देखी जा रही है। इससे पहले लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला ने एलजेपी में टूट पशुपति पारस के नेतृत्व वाले संगठन को मंजूरी प्रदान कर दी। अब पशुपति पारस संसदीय दल के नेता चुन लिए गए हैं।