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आजादी के बाद जब गुस्से में गांधीजी ने पत्रकार से कहा था- उनसे जाकर कह देना गांधी अंग्रेजी नहीं जानता

आजादी के बाद जब गुस्से में गांधीजी ने पत्रकार से कहा था- उनसे जाकर कह देना गांधी अंग्रेजी नहीं जानता

Desk: दिल्ली में जब संविधान सभा के अध्यक्ष ने सभा की शुरुआत महात्मा गांधी को संबोधित करते हुए की तो सभाकक्ष तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा. तालियां लंबे समय तक बजती रहीं. बाहर लोगों की भीड़ महात्मा गांधी की जय के नारे लगा रही थी. लेकिन देश की राजानी में होने वाले समारोह में गांधीजी मौजूद नहीं थे वह उस दिन कलकत्ता में थे, लेकिन उन्होंने न तो किसी समारोह में हिस्सा लिया न ही झंडा फहराया.

क्या सीएम साहब चारो तरफ लोग भूख से मर रहे हैं आपको समारोह की पड़ी है
कलकत्ता के गवर्नमेंट हाउस में हर जगह गांधी टोपी ही दिख रही  थी.गांधीजी को इसका पता नहीं था ना ही उन्होंने इसकी इजाजत ही दी थी. 14 अगस्त की शाम को बंगाल के मुख्यमंत्री उनसे मिलने आए थे जिन्होंने उनसे पूछा की अगले दिन समारोह कैसे मनाया जाए. गांधीजी ने कहा कि चारों तरफ लोग भूख से  मर रहे हैं फिर भी आप चाहते है कि इस तरह के विनाश की घटना के बीच भी कोई समारोह मनाया जाए ?.  हकीकत तो यह थी  कि गांधीजी का मन बहुत ही उदास था. जब उस वक्त के देश के एक प्रमुख अखबार के संवाददाता ने गांधीजी से स्वतंत्रता दिवस पर कोई संदेश देने को कहा तो गांधीजी ने कहा कि वे अंदर से खालीपन महसूस करते हैं. बीबीसी ने गांधीजी के सचिव से आग्रह किया कि वे महात्मा का एक संदेश दिलवाने में मदद करें, जो पूरी दुनिया की निगाहों मे हकीकत में हिंदुस्तान की नुमाइंदगी करते हैं.

उनसे कह दो गांधी अंग्रेजी नहीं जानता
गांधीजी ने बीबीसी के पत्रकारों से साफ कहा कि बेहतर होगा आप लोग जवाहरलाल से बात करें. बीबीसी ने इस बात को नहीं माना और फिर से अपने एक पत्रकार को ये कहने के लिए भेजा कि इस संदेश को दुनिया की कई भाषाओं में अनुदित किया जाएगा जिसे सभी लोग सुनेंगे. अंतिम में गांधी जी ने गुस्से में साफ साफ कह दिया कि जाओं उनसे कह देना की गांधी अंग्रेजी  नहीं जानता है. 

24 घंटे का उपवास रखकर गांधीजी ने मनाया था आजादी का जश्न
गांधीजी ने 15 अगस्त 1947 को 24 घंटे का उपवास  करके मनाया. जिस आजादी के लिए उन्होंने इतना लंबा संघर्ष किया था वह बड़ी मंहगी नसीब हुई थी. आजादी तो मिली थी लेकिन इसके साथ ही मुल्क का बंटवारा हो भी हो गया.  





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