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माले के बाद अब कांग्रेस ने भी राजद की नीयत पर उठाए सवाल, कहा – महागठबंधन में अब कुछ नहीं बचा, अपने फैसले थोपती है RJD

माले के बाद अब कांग्रेस ने भी राजद की नीयत पर उठाए सवाल, कहा – महागठबंधन में अब कुछ नहीं बचा, अपने फैसले थोपती है RJD

PATNA : राजद ने विधान परिषद के तीन सीटों के लिए उम्मीदवारों के नाम की घोषणा क्या किया, उस पर चौतरफा हमला शुरू हो गया है। जहां राजद विरोधियों ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को किनारे लगाने का आरोप लगाया, वहीं भाकपा माले राजद पर पूर्व में किए गए वादे से मुकरने की बात कहते हुए नाम पर पुर्नविचार करने की मांग की है। अब राजद के इस फैसले को लेकर कांग्रेस ने भी आपत्ती जाहिर की है। 

एमएलसी चुनाव के लिए राजद के द्वारा उम्मीदवार खड़े किए जाने पर कांग्रेस विधायक दल के नेता अजित शर्मा  ऐतराज जताते हुए कहा कि राजद ने किसी भी सहयोगी दल से बात किए बिना ही उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। राजद को बैठकर बातचीत करनी चाहिए थी। विधायकों की संख्या बल के अनुसार राजद के पास तीन उम्मीदवारों के लिए वोट नहीं है। एक उम्मीदवार की जीत के लिए 31 वोट चाहिए मिलजुल कर चुनाव लड़ने के लिए लालू यादव से मैंने बात की थी। वहीं अजीत शर्मा ने सीएम नीतीश को भी ऑफर देते हुए कहा कि यदि एनडीए में कंफर्टेबल नहीं है तो आए हमारे साथ।

महागठबंधन में अब कुछ नहीं बचा

वहीं कांग्रेस विधायक शकील अहमद खान ने राजद के द्वारा उम्मीदवार खड़े किए जाने पर कड़ा एतराज जताते हुए कहा कि इसका खामियाजा राजद को भुगतना पड़ेगा। शकील अहमद ने कहा कि माले से उम्मीदवार उतारने पर बातचीत की जा रही है। जरूरत हुई तो उम्मीदवार भी उतारा जा सकता है, अब महागठबंधन जैसा कोई शब्द बचा नहीं हमेशा आरजेडी के तरफ से महागठबंधन को ठेस पहुंचाया गया है।

तेजस्वी के बचाव में उतरे पार्टी नेता

माले-कांग्रेस के आरोपों के बाद अब राजद की तरफ से अपने फैसले का बचाव शुरू कर दिया गया है। तेजस्वी यादव के फैसले का समर्थन करते हुए राजद नेता शक्ति यादव ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सभी सहयोगी दलों से बातचीत करके  उम्मीदवार की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि सभी घटक दलों को विश्वास में लेकर राजद ने उम्मीदवार तय किया है राजद गठबंधन धर्म को बखूबी निभाता है यही कारण है कि कम सीटें होने के बावजूद कई बार सहयोगी दलों के नेताओं को विधान परिषद और राज्यसभा भेजा गया है


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