GAYA : प्रदेश में चमकी बुखार का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। उत्तर बिहार के तीन जिलों मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी और शिवहर में कहर बरपाने के बाद अब गया जिले को अपने चपेट में ले लिया है।
जिले में जहां अबतक इस बीमार से 6 बच्चों की मौत हो चुकी है वहीं एएनएमसीएच में पिछले एक सप्ताह से चमकी बुखार से पीड़ित बच्चों का इलाज के लिए आने का सिलसिला जारी है। अबतक चमकी बुखार से 21 बच्चे भर्ती हुए हैं, इनमें से अबतक पांच बच्चों की मौत हो चुकी है। हालांकि अस्तपाल प्रशासन की ओर से इस बात की अभीतक यह पुष्टि नहीं की गई है कि बच्चों की मौत चमकी बुखार से ही हुई है। डॉक्टरों का कहना है कि जांच रिपोर्ट आने के बाद ही स्पस्ट हो पायेगा।
एएनएमसीएच के अधीक्षक विजय कृष्ण प्रसाद ने बताया कि 6 दिनों में 21 बच्चे आईसीयू वार्ड में भर्ती कराया गया था, ज्यादातर बच्चो के परिजनों की ओर से चमकी बुखार होने की शिकायत की गई थी।फिलहाल अभी ये स्पस्ट नही कहा जा सकता है कि बच्चो में जापानी इंसेफ्लाइटिश है या कुछ और बीमारी है।
उन्होंने बताया कि बच्चों के ब्लड को जांच के लिए पटना भेजा गया है। रिपोर्ट आने के बाद भी यह स्पष्ट हो पायेगा कि आखिर बीमारी कौन सी है।
अधीक्षक ने कहा कि वैसे एहतियातन इस बीमारी से निपटने के लिए पूरी तैयारी की गई है। चमकी बुखार से पीड़ित बच्चों के लिए स्पेशल वार्ड की व्यवस्था की गई है। मरीज बढ़ने पर स्पेशल आईसीयू वार्ड में भर्ती कराया जाएगा।
गया से मनोज कुमार की रिपोर्ट