N4N DESK: 8 नवंबर 2016 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 500 और 1000 रुपये के पुराने नोटों पर रोक लगा दी थी. सरकार के इस कदम के बाद ऑनलाइन लेन-देन को जबर्दस्त बढ़ावा मिला था. नोटबंदी के दो साल बाद के आंकड़ों से पता चलता है कि देश में डिजिटल लेनदेन में काफी बढ़ोतरी हुई है.
इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना-प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने शुक्रवार को डिजिटल लेनदेन के आंकड़े जारी किए. मंत्रालय के मुताबिक आंकड़ों पर गौर किया जाए तो पता चलता है कि अक्टूबर, 2016 में 79.67 करोड़ डिजिटल लेनदेन हुए थे. अगस्त, 2018 में यह आंकड़ा 207 प्रतिशत बढ़कर तीनगुना लगभग 244.81 करोड़ तक पहुंच गया.
अगर इस लेनदेन की बात हम रुपयों के संदर्भ में करें तो अक्टूबर 2016 में 108.7 लाख करोड़ रुपये के डिजिटल लेनदेन हुए थे. जबकि अगस्त 2018 में ये आंकड़ा 88 प्रतिशत बढ़कर 204.86 लाख करोड़ रुपये हो गया. इससे पता चलता है कि देश में लोगों को कैश लेनदेन से ज्यादा ऑनलाइन लेनदेन करना आसान लगता है.