PATNA: लोजपा में टूट के बाद मांझी-सहनी चुप हैं। कुछ दिन पहले तक बीजेपी और जेडीयू को टेंशन देने वाले दल के दोनों नेताओं की चुप्पी बहुत कुछ बता रही है। इसी बीच एनडीए के सहयोगी और चार दल वाली हम के मुखिया जीतनराम मांझी आज अचानक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आवास पहुंत गये। मांझी-नीतीश की मुलाकात करीब एक घंटे से अधिक समय तक चली। सीएम नीतीश से मुलाकात के बाद भी मांझी ने चुप्पी नहीं तोड़ी। मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद मांझी की चुप्पी पर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं।
CM नीतीश से मुलाकात के बाद साध ली चुप्पी
जीतनराम मांझी गुरूवार की शाम अचानक मुख्यमंत्री आवास पहुंचते हैं। वे करीब एक घंटे तक सीएम नीतीश के आवास पहुंचते हैं। पूर्व सीएम और वर्तमान सीएम की मुलाकात करीब एक घंटे चली। मुलाकात खत्म होने के बाद एनडीए के सहयोगी जीतनराम मांझी मुख्यमंत्री आवास से चुपचाप निकलकर अपने सरकारी आवास चले गये। अपने आवास पर पहुंचने के बाद भी मांझी पूरी तरह से चुप रहे। उन्होंने मीडिया से कोई बातचीत नहीं की। मुलाकात के बाद मांझी की चुप्पी से तरह-तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं।
मांझी की क्या है डिमांड?
बता दें, जीतनराम मांझी ने हाल ही में पार्टी की मीटिंग में कहा था कि बिहार में आज भी दलितों का कई इश्यू है जिस पर काम नहीं हुआ है। वे इस संबंध में बहुत जल्द सीएम नीतीश से मुलाकात करेंगे और उके समक्ष इन बातों को रखेंगे। हालांकि अगर सिर्फ इतनी सी बात होती तो वे मीडिया के सामने खुलकर बोलते। जानकार बताते हैं कि मांझी की मुलाकात दलितों के इश्यू पर नहीं बल्कि कुछ न कुछ राजनीतिक डिमांड है। जिसे मांझी अभी सार्वजनिक करना नहीं चाहते। इसी वजह से उन्होंने सीएम नीतीश से मुलाकात केबाद चुप्पी साध ली।