BHAGALPUR : नाथनगर प्रखंड के बाढ़ ग्रस्त गांव दिलदारपुर से छोटी नाव से ऊंचे स्थान पर जा रही छः साल की बच्ची ज्योति कुमारी की बाढ़ के पानी में डूबने से मौत हो गई। जिसके बाद ग्रामीणों ने पहले विश्वविद्यालय के सामने सड़क जाम किया और वहां अधिकारियों के नहीं आने पर शव को लेकर मंनदररोजा चौक पहुंच गए और यहां पर भी घंटो जाम के बाद एसडीएम और नाथनगर अंचलाधिकारी पहुंची। यहां पर नाथनगर अंचलाधिकारी स्मिता झा के साथ आक्रोशित लोगों ने बदसलूकी की। वही सीओ के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई।
वहीं एसडीएम ने आक्रोशित लोगों को समझाया बुझाया और पीड़ित परिवार को 4 लाख रुपया मुआवजा सरकार के द्वारा दिए जाने के आश्वासन के बाद जाम हटा। बाढ़ पीड़ितों की मांग थी कि उन्हें सरकारी नाव दिया जाए। जिस पर भी एसडीएम ने जल्द नाव की व्यवस्था करने की बात कही है। मामले में नाथनगर सीओ ने अपने साथ हुए बदसलूकी पर मामला दर्ज कराने की बात कही है।
सवाल उठता है कि 5 घंटे से अधिक समय तक सड़क जाम रहा और राहगीर परेशान रहे फिर अधिकारियों को आने में आखिर इतनी लेट क्यों हो गई। वही हम आपको बता दें कि नाथनगर अंचलाधिकारी का विवादों से पुराना रिश्ता रहा है। हाल के दिनो मे हो बाढ़ को लेकर के अनुश्रवण समिति के बैठक में उत्तरीय और दक्षिणीय जिला परिषदों को आमंत्रण नहीं दिया गया था।
वही अवर निबंधन कार्यालय भागलपुर के द्वारा जमीन की स्थिति के विषय में पूछे जाने पर कई महीनों तक जवाब नहीं दिया गया था। वरीय उप समाहर्ता के आदेश पर फिर अवर निबंधक भागलपुर को जवाब दिया गया था।