SUPAUL : खेतों में दिन रात मेहनत कर किसान फसल का उत्पादन करता है और जब वह उस अनाज को खलिहान में रखता है तो उसकी आंखों की चमक दो गुनी हो जाती है। ऐसे में किसान की फसल पर पानी फिर जाए तो उसने जो फसल देखकर सपने संजोए थे वह चकनाचूर हो जाता हैं।
ऐसा ही मामला जिले के जदिया थाना क्षेत्र अन्तर्गत मानगंज पश्चिम पंचायत में सामने आया है, जहां किसान के सैकड़ों एकड़ धान की फसल नहर के पानी में बर्बाद हो गया। बताया जाता है की मानगंज पश्चिम पंचायत के दतुआ गांव के समीप वार्ड नम्बर 3 के पास नहर टूटने से लगभग सैकड़ों किसानों के धान के फसल बर्बाद हो गए। किसानों द्वारा अपने खेतों में की गई धान रोपाई पानी के तेज बहाव में बर्बाद हो गया। इससे ग्रामीणों में ठेकेदार के प्रति आक्रोश देखा जा रहा है।
बाद में ग्रामीणों ने कंपनी के कर्मचारी की खोजबीन कर नहर की मुख्य गेट को बंद करवाया। ग्रामीणों ने बताया कि एक तो पहली बरसात में तेज हवा ने धान की फसल बर्बाद कर दिया। उसके बाद जो बचे थे वह भी नहर का टूट जाने से बर्बाद हो गया। 12 घंटा बीत जाने के बाद भी विभाग के अधिकारी नहर की बांध बांधने के लिए अभी तक पहल नहीं किये है। इस बाबत विभागीय अधिकारी से पूछा गया तो उन्होंने बताया की अभी हम मतदान केंद्र पर हम है। दुसरे स्टाफ को बांध बंधवाने के लिए बोल दिये हैं। हद तो इस बात की है कि 12 घंटा बीत जाने के बावजूद भी बांध बंधवाने का कार्य नही हुआ है। जिसको लेकर किसानों में काफी आक्रोश देखी गई है। किसानों ने उच्च अधिकारी से मुआवजा की मांग करते हुए नहर की बांध बांधवाने की मांग की है।
सुपौल से पप्पू आलम की रिपोर्ट