MUZAFFARPUR : राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को चारा घोटाला मामले में सीबीआई के विशेष अदालत में सजा सुनाए जाने के बाद राजद परिवार में मायूसी छा गयी है। राजद के जिलों के कार्यालयों में भी मातम सा छाया हुआ है। इसी कड़ी में मुजफ्फरपुर में पत्रकारों से वार्तालाप करते हुए राजद के प्रदेश सचिव वसीम अहमद मुन्ना फूट-फूट कर रोने लगे। उन्होंने कहा कि न्यायालय के फैसले का हम सम्मान करते हैं। लेकिन ऊपरी न्यायालय में भी गरीबों के नेता लालू यादव की रिहाई का अपील किया जाएगा। उन्होंने कहा की बिहार में 80 से अधिक घोटाले हुए हैं। लेकिन किसी मामले में किसी को कोई सजा नहीं हुई है। उन्होंने कहा की लालू गरीबों के मसीहा हैं। वे गुदड़ी के लाल है। इसके बावजूद उन्हें सजा दिया जा रहा है।
इसके साथ ही राजद के मुज़फ़्फ़रपुर महिला महानगर अध्यक्ष रेणु सहनी ने कहा की हमारे नेता जब भी लोगों के बीच आते हैं और राजनीति में सक्रिय होते हैं। इस तरह का माहौल बना दिया जाता है। लेकिन हम लोगों को माननीय न्यायालय पर पूरा भरोसा है और न्यायालय के आदेश का सम्मान करते हैं। लेकिन राज्य में कई सारे घोटाले हुए उसका ना तो कभी जांच हुआ है और ना ही कभी कोई सजा सुनाई गई है।
गौरतलब है की चारा घोटाला के सबसे बड़े मामले डोरंडा कोषागार से 139.35 करोड़ रुपए की अवैध निकासी में बिहार के पूर्व CM और RJD सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को 5 साल जेल व 60 लाख रुपए जुर्माना की सजा हुई है। हालाँकि उनके वकील आर्डर कॉपी का इन्तजार कर रहे हैं। इसके बाद उपरी अदालत में उनकी जमानत के लिए अपील की जाएगी।
मुजफ्फरपुर से अरविन्द कुमार अकेला की रिपोर्ट