पटना... नई सरकार के गठन के बाद अब विधानसभा का पहला सत्र खत्म हो चुका है। ऐसी खबरें आ रही हैं कि अब जल्द ही कैबिनेट का विस्तार हो सकताहै। इसके लिए जल्द ही एनडीए की बैठक बुलाकर मुख्यमंत्री नामों पर मंथन करेंगे। पहले कैबिनेट का विस्तार आज यानी 29 नवंबर को ही होना था, लेकिन यह अब दिसंबर के पहले सप्ताह तक होनें की उम्मीद है। वहीं कैबिनेट के विस्तार में सामाजिक समीकरण का ख्याल रखा जाएगा।
मिथिलांचल से भी जदयू की भागीदारी हो सकती है। इनमें संजय झा के नाम के कयास लगाए जा रहे हैं। हालाकि पिछली सरकार में भी संजय जल संसाधन मंत्री रह चुके हैं। कैबिनेट विस्तार में जदयू के कम से कम आठ और मंत्री बनाए जाने की बात सामने आ रही है। संविधानिक प्रावधानों के अनुसार राज्य में कुल 36 मंत्री बनाए जा सकते हैं। फिलहाल मुख्यमंत्री के अलावा 13 मंत्री हैं जिनमें मुख्यमंत्री को छोड़ जदयू के सिर्फ चार मंत्री हैं। 22 और को मंत्री बनाया जा सकता है।
कैबिनेट विस्तार में भाजपा के कम से कम दस नए चेहरे को मौका मिल सकता है। मिथिलांचल से आने वाले विनोद नारायण झा और नीतीश मिश्रा में से किसी एक को कैबिनेट में जगह मिल सकती है। हालाकि मिथिलांचल से रामप्रीत पासवान को पहले ही मंत्री बनाया जा चुका है। इन सब के अलावा युवा और अति पिछड़े व दलित वर्ग से आने वाले विधायकों को भी मंत्री पद की जिम्मेवारी मिल सकती है।