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गया में दो दिवसीय कृषि यांत्रिकीकरण मेला का कृषि मंत्री ने किया उद्घाटन, कहा 40 करोड़ की लागत से बनेगा भूमि संरक्षण का सेन्टर ऑफ एक्सीलेंस

गया में दो दिवसीय कृषि यांत्रिकीकरण मेला का कृषि मंत्री ने किया उद्घाटन, कहा 40 करोड़ की लागत से बनेगा भूमि संरक्षण का सेन्टर ऑफ एक्सीलेंस

GAYA : बिहार सरकार के कृषि मंत्री कुमार सर्वजीत ने स्थानीय बाजार समिति परिसर, चन्दौती, गया में कृषि विभाग द्वारा आयोजित दो दिवसीय कृषि यांत्रिकीकरण मेला का उद्घाटन दीप प्रज्जवलित कर किया। इस मौके पर मंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि बिहार में कहीं बाढ़ तो कहीं सुखाड़ की स्थिति रहती है, इसलिये चौथे कृषि रोड मैप में स्थानीय परिस्थितियों को ध्यान में रखकर कार्यक्रम बनाया जा रहा है। इसी क्रम में गया के फतेहपुर एवं टनकुप्पा क्षेत्र में 40 करोड़ की लागत से भारत का चौथा एवं बिहार का पहला भूमि संरक्षण का सेन्टर ऑफ एक्सीलेन्स तैयार कराने की स्वीकृति दी गई है। जिसमें राज्य एवं राज्य के बाहर के किसान एवं पदाधिकारी प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे। इसके अतिरिक्त गया में एक कृषि महाविद्यालय खोलने के लिये प्रस्ताव तैयार किया गया है। 

उन्होने कहा कि बिहार को बीज के क्षेत्र में आत्म निर्भर बनाने के लिये पब्लिक प्राईवेट पार्टनरशिप की तर्ज पर बीज का उत्पादन कराकर एवं बीज का हब बनाकर किसानों को सस्ते मूल्य पर बीज दिया जायेगा। जिले के सभी प्रखण्डों और पेट्रोल पम्प तथा मुख्य स्थानों पर कृषि विभाग की होर्डिंग लगाकर किसानों को योजनाओं का लाभ लेने हेतु जागरुक किया जायेगा। मंत्री ने कहा कि किसान सलाहकारों की नौकरी किसानों के द्वारा उनके काम की गुणवत्ता के लिये दिये गये फीडबैक के आधार पर नियमित की जायेगी। पूर्व में 9000 पदों पर बहाली के लिये तैयारी की गई थी, अब इसे बढ़ाकर 15000 पदों पर बहाली करने की तैयारी की जा रही है। उन्होने कहा कि उनकी सरकार की प्राथमिकता धान एवं गेहॅू के उत्पादन से आगे बढ़कर किसानों को और अधिक आमदानी दिलाने की है। वे विभिन्न कृषि उत्पादों जैसे मशरुम, मखाना का समुचित मूल्य दिलाने के लिये योजनाबद्ध तरीके से कार्य कर रहे हैं। साथ ही उन्होने मंच से सभी पदाधिकारियो को चेताया कि गलत करने पर सख्त कार्रवाई की जायेगी। उन्होने किसानों से कहा कि वे सीधे उन्हे अपनी समस्यओं से फोन करके अवगत करायें, उनकी समस्याओं का समाधान ईमानदारी से किया जायेगा। किसानों को अपने आस-पास खाली पड़ी जमीन पर पेड़ लगाकर जलवायु संबंधी आ रही समस्याओं के समाधान में सहयोग करने की अपील किया। 

मंत्री ने जिले के किसानों के द्वारा  उत्पादित हो रहे मशरुम को गया जिले के उपभोक्ताओं तक ताजा पहुॅचाने के लिये पॉच मशरुम ठेला का शुभारम्भ किया। ये मशरुम ठेला आत्मा गया के नवोन्मेशी मद से तैयार किये गये हैं, इन्हे तैयार करने आत्मा गया को राजेष कुमार सिंह, संचालक, महात्मा बुद्ध एग्री क्लिीनिक एवं एग्री बिजनेस सेन्टर, ग्राम - ईटहरी, पंचायत- राजन, प्रखण्ड- गुरुआ द्वारा सहयोग किया गया है। इसके अतिरिक्त बेलागंज के उज्जवल कृषक हित समूह एवं शेरघाटी के जय हनुमान कृषक हित समूह को कस्टम हायरिंग सेन्टर योजना अन्तर्गत ट्रैक्टर की चाभी सौंपी गई। पॉच किसानों को स्ट्रा रीपर, जीरोटिलेज मषीन, राईस मिल जैसे कृषि यंत्र अनुदानित दर पर क्रय करने हेतु स्वीकृति पद वितरित किया गया। 

किसान पुरस्कार कार्यक्रम अन्तर्गत धान में सर्वाधिक उपज 110 क्विटल प्रति हेक्टेयर लाने वाली डोभी की महिला किसान श्रीमती शान्ति देवी को, गेहूॅ में सर्वाधिक उपज 59.60 क्विटल प्रति हेक्टेयर लाने वाले मानपुर के बिट्टू कुमार को एवं आलू में सर्वाधिक उपज 660 क्विटल प्रति हेक्टेयर लाने वाले ननौक मानपुर के किसान संतोष कुमार शर्मा को किसान गौरव सम्मान से सम्मानित कर प्रत्येक को 25000 रुपये सम्मान स्वरुप दिया गया। भूमि संरक्षण विभाग द्वारा जीविका की दीदियों को चक्रीय राषि के रुप में 01 करोड़ 40 लाख रुपये की राषि का चेक मंत्री के कर कमलो द्वारा सौंपा गया। इसके अतिरिक्त कौषल विकास, फर्टिलाईजर लाइसेन्स के सर्टिफिकेट कोर्स एवं मृदा स्वास्थ्य कार्ड का वितरण किया गया। आत्मा गया द्वारा सोनपुर में कृषि विभागीय किसान गोष्ठी में भाग लेने जाने हेतु 40 किसानों के दल को राज्य के अंदर परिभ्रमण हेतु हरी झण्डी दिखाई गई। कार्यक्रम के अंत में मिट्टी जॉच प्रयोगषाला का निरीक्षण किया एवं संयुक्त कृषि भवन में भूमी संरक्षण विभाग द्वारा महिला किसानों के लिये आयोजित मशरुम उत्पादन के प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग लेकर प्रतिभागियों का उत्साहवर्घन किया और पदाधिकारियों से उत्पादित मशरुम के समुचित विपणन की व्यवस्था करने को कहा। मंत्री को फतेहपुर के ग्राम पंचायत भारे की ग्यारहवीें की छात्रा सीता ने उनकी एक जीवंत पेन्टिंग भेट किया।

इस अवसर पर मगध प्रमण्डल के संयुक्त निदेशक, रतन कुमार भगत, जिला कृषि पदाधिकारी, गया सुदामा महतो, डा॰ एस॰ बी॰ सिंह, मुख्य वैज्ञानिक-सह-प्रधान, कृषि विज्ञान केन्द्र, आमस, अविनाष कुमार, सहायक निदेषक, भूमि संरक्षण, ई॰ न्यूटन कुमार, सहायक निदेशक, कृषि अभियंत्रण, नीरज कुमार वर्मा एवं अजय कुमार सिंह, उप परियोजना निदेशक, आत्मा ई॰ गुड्डू कुमार, सहाकक निदेशक, कृषि अभियंत्रण, मगध प्रमण्डल, सुदामा सिंह, जिला परामर्शी, राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन, ललन कुमार समुन, अनुमण्डल कृषि पदाधिकारी, नीमचक बथानी, सिप्पी कुमारी, अनुमण्डल, कृषि पदाधिकारी, टिकारी, विकास कुमार, अनुमण्डल कृषि पदाधिकारी, शेरघाटी, दुर्गा रंजन, सहायक निदेशक, रसायन, मिट्अी जॉच प्रयोगशाला, अनिल कुमार, सहायक निदेशक, पौघा संरक्षण, कृषि विज्ञान केन्द्र, मानपुर के वैज्ञानिक डा॰ देवेन्द्र मण्डल एवं डा॰ तेज प्रताप सहित सभी प्रखण्डों के प्रखण्ड कृषि पदाधिकारी, कृषि समन्वयक, प्रखण्ड उद्यान पदाधिकारी, प्रखण्ड तकनीकी प्रबंधक, सहायक तकनीकी प्रबंधक, डब्लयू॰डी॰टी॰, किसान सलाहकार, लेखापाल, कम्प्यूटर ऑपरेटर एवं दूर दराज के हजारों किसान उपस्थित थे।

गया से मनोज कुमार की रिपोर्ट 

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