बिहार उत्तरप्रदेश मध्यप्रदेश उत्तराखंड झारखंड छत्तीसगढ़ राजस्थान पंजाब हरियाणा हिमाचल प्रदेश दिल्ली पश्चिम बंगाल

LATEST NEWS

एम्स को लेकर मुख्य सचिव ने की ऑनलाइन बैठक, जानिये किन-किन मांगों को लेकर हुई चर्चा

एम्स को लेकर मुख्य सचिव ने की ऑनलाइन बैठक, जानिये किन-किन मांगों को लेकर हुई चर्चा

दरभंगा: एम्स दरभंगा को लेकर विगत 24 दिसंबर 2020 को माननीय केंद्रीय राज्य मंत्री स्वास्थ्य अश्वनी चौबे के द्वारा डीएमसीएच भ्रमण के दौरान एम्स के लिए राज्य सरकार से की गई मांग को स्वास्थ्य विभाग, बिहार के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत द्वारा बिंदुवार बताया गया कि सबसे पहले एम्स से फोरलेन की निकट कनेक्टिविटी करने की मांग की गई है. पथ निर्माण विभाग के अभियंताओं द्वारा बताया गया कि शोभन से होते हुए लहेरियासराय, बेंता होकर कनेक्टिविटी प्रदान करने पर विचार चल रहा है.मुख्य सचिव ने भारत माला परियोजना के तहत बनाई जा रही सड़क को दोनार चौक से जोड़ने का सुझाव दिया.

 जिसमें दरभंगा हवाई अड्डा भी फोरलेन के समीप पड़ेगा.जिलाधिकारी दरभंगा द्वारा भी इस श्रेयष्कर बताया गया. दूसरी मांग के संबंध में बताया गया कि 4 महीने के अंदर 75 एकड़ जमीन एम्स को स्थानांतरित करने की मांग की गई है.प्रधान सचिव,स्वास्थ विभाग ने बताया कि 75 एकड़ जमीन निर्धारित समय सीमा के पहले उपलब्ध करा दी जाएगी, लेकिन इसके अंतर्गत पोस्ट ऑफिस, बैंक, ओ पी,पीएचडी का टावर एवं कार्यालय एवं बीएसएनल का भवन शामिल है.इसके साथ ही राजीव गांधी आवास योजना के तहत निर्मित भवन में 50 परिवार रह रहे हैं. मुख्य सचिव ने कहा कि 50 परिवार को अन्यत्र शिफ्ट करा दिया जाए. शेष कार्यालय की आवश्यकता एम्स को भी पड़ेगी. इसलिए एक बार एम्स के लिए भवन निर्माण की योजना बनाने वाले एजेंसी से भी वार्ता कर ली जाए. 

प्रधान सचिव ने कहा कि माननीय मंत्री जी की मांग है कि एम्स के लिए 20 मेगावाट विद्युत आपूर्ति की व्यवस्था राज्य सरकार द्वारा की जाए. वर्तमान में 33 केवीए का ग्रीड डीएमसीएच में संचालित है, जिसे अपग्रेड कर 20 मेगा वाट का कर दिया जाएगा. बैठक में बताया गया कि माननीय मंत्री ने इस 75 एकड़ जमीन को 1.5 मीटर भरवाने की मांग राज्य सरकार से की है. बैठक में सुझाव प्राप्त हुआ कि बिना पानी निकासी की व्यवस्था किए मिट्टी भराई का कार्य संभव नहीं है। मुख्य सचिव ने सुझाव दिया कि इसके लिए इसी के एक हिस्से में बड़ा तालाब का निर्माण किया जा सकता है।जिससे इस क्षेत्र में जल-जमाव की संभावना नहीं रहेगी. बैठक में सभी संबंधित विभाग के साथ एक बार दरभंगा में बैठक करने का सुझाव दिया गया. दरभंगा से जिलाधिकारी दरभंगा, डीएमसीएच के प्राचार्य, अपर समाहर्ता, अधीक्षण अभियंता विद्युत के साथ अन्य पदाधिकारी ऑनलाइन जुड़े हुए थे.

Suggested News