पटना... बिहार में नई सरकार के गठन के बाद आज से पहला विधानसभा सत्र शुरू हुआ। पहले दिन विधानसभा में गहमागहमी का माहौल रहा।ओवेसी की पार्टी एआईएमआईएम के विधायक अखतरूल ईमान का शपथ पत्र पढ़ने को लेकर राजनीतिक बखेड़ा शुरू हो गया। उन्होंने शपथ के दौरान हिंदुस्तान नहीं बोलकर भारत कहा और शपथ लेने से पहले आसन से संशोधन करने की बात कही. इसके बाद बीजेपी ने हिंदुस्तान नाम से शपथ नहीं लेने वालों को पाकिस्तान जाने की सलाह दे दिया। हालांकि बीजेपी के जो विधायक पाकिस्तान भेजने की बात कह रहे थे उन्होंने भी भारत नाम से ही शपथ लिया था।
अख्तरूल ईमान ने भी भारत नाम से ली शपथ
पार्टी के विधायक अख्तरूल ईमान ने कहा कि सभी सदस्य भारत नाम से शपथ ले रहे हैं,लेकिन उर्दू में शपथ पत्र पढ़ने को दिया गया है उसमें हिंदुस्तान उल्लेख है। हम आसन से मांग कर रहे हैं कि हमें भी भारत नाम से शपथ लेने की इजाजत दी जाए। सबसे खास बात यह कि AIMIM विधायकों के इस व्यवहार का विरोध जनता दल यूनाइटेड की ओर से भी किया गया। जेडीयू नेता मदन सहनी ने कहा कि विधायक को हिदुस्तान बोलना चाहिए था। हिदुस्तान बोलने में कोई हर्ज नही है। वो भारत बोलने पर अड़े हुए थे जबकि उनके भाषण में भारत की जगह हिंदुस्तान लिखा था।
सवाल उठाने वाले विधायकों ने भी भारत नाम से ही शपथ लिया
लेकिन सबसे आश्चर्य की बात तो यह कि ओवैसी की पार्टी के विधायक द्वारा भारत के नाम से शपथ लेने पर बीजेपी के विधायकों ने बड़ा इश्यू बना लिया। भाजपा विधायकों ने तो यहां तक कह दिया कि जिन्हें हिंदुस्तान शब्द से आपत्ति है वे पाकिस्तान चले जायें। लेकिन हैरान करने वाली बात तो यह कि वैसे विधायक जो पाकिस्तान जाने की सलाह दे रहे वे भी अपने शपथ में भारत शब्द का ही उल्लेख किया था। भाजपा कोटे के दोनों डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद और रेणु देवी भी भारत शब्द का प्रयोग किया था। जेडीयू के वरिष्ठ नेता और मंत्री विजय चौधरी ने भी शपथ में भारत शब्द का ही प्रयोग किया। इसके साथ ही सभी विधायक भारत नाम से ही शपथ ले रहे थे। ऐसे में ओवैसी की पार्टी के विधायक अख्तरूल ईमान की सलाह को बड़ा मुद्दा बनाया जाना अपने आप में बड़ा सवाल है। क्या इस तरह के मुद्दे उठा कर राजनीतिक दल के नेता अपनी राजनीतिक रोटी सेंकना चाह रहे?
अख्तरूल ईमान बोले-सारे जहां से अच्छा हिंदोस्तां हमारा'
वहीं इस मामले को लेकर अखतरूल ईमान ने सफाई देते हुए कहा कि मैं चौथी बार विधायक बना हूं और मैंने ऊर्दु में शपथ लिया है। 'मैने अध्यक्ष महोदय से सिर्फ निवेदन किया कि हम सभी भारत के नाम से शपथ लेते हैं तो मेरे भारत बोलने पर क्या आपत्ति है। मैं तो ये भी कहता हूं कि सारे जहां से अच्छा हिंदोस्तां हमारा'।