पटना: बिहार की राजधानी में वायु प्रदूषण की स्थिति गंभीर हो गई है. पिछले दो दिनों से लगातार एयर क्वालिटी इंडेक्स (पीएम-2.5) 400 से अधिक है. यह एक्यूआई लोगों की सेहत के लिए हानिकारक है. लोग आंखों में जलन महसूस कर रहे हैं. 2-3 नवंबर को पटना में एयर क्वालिटी इंडेक्स ने रिकॉर्ड तोड़ा. दो नवंबर की रात तक एक्यूआई का स्तर 428 था, जबकि 3 नवंबर की रात 8 बजे तक औसतन एक्यूआई स्तर 414 मापा गया. 25 अक्टूबर को एक्यूआई स्तर 103 था, जबकि 10 दिन बाद तीन नवंबर को 414 है. जो आम स्तर से करीब 4 गुना हो गया.
क्वालिटी इंडेक्स में कब क्या होता है
एमयूआई 0 से 50 के बीच रहना अच्छा माना जाता है. 51 से 100 के बीच इसे संतोषजनक तो 101 से 200 मध्यम स्तर का 201 से 300 खराब, 301 से 400 तक बेहद खराब और 400 के ऊपर खतरनाक माना जाता है.
दीपावली के बाद स्थिति खतरनाक
दीपावली के बाद से शहर में वायु प्रदूषण की स्थिति खतरनाक स्तर की हो गई है. पिछले साल छठ पूजा के दिन 13 नंवबर को एक्यूआई स्तर 381 था, जबकि 2 नवंबर 2019 को एक्यूआई स्तर 428 है.इस साल के आकड़े पिछले साल से 47 प्वाइंट अधिक है.
घर से निकलने से पहले ये सावधानी बरतें
पटना के जाने माने चिकित्सक डॉ दिवाकर तेजस्वी बताते हैं कि वायु प्रदुषण से बचना संभव नहीं है लेकिन कुछ सावधानियां बरती जा सकती है जिसमें मुख्य रूप से:-
घर से मास्क लगा कर निकलें, पानी का छिड़काव घर के आस पास करे ताकि धूल कण हवा में ना उड़े
खिड़की बंद रखे अगर संभव हो तो कमरे में एयर प्यूरीफायर का प्रयोग करें
दमा और अस्थमा से ग्रषित व्यक्ति हमेशा पास में इनहेलर रखे