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अखिलेश यादव को लगेगा बड़ा झटका, पार्टी का बड़ा मुस्लिम चेहरा आजम खां छोड़ सकते हैं समाजवादी पार्टी

अखिलेश यादव को लगेगा बड़ा झटका, पार्टी का बड़ा मुस्लिम चेहरा आजम खां छोड़ सकते हैं समाजवादी पार्टी

LUCKNOW : यूपी की राजनीति में पूर्व मुख्यमंत्री और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के जिन अच्छे नहीं चल रहे हैं। पहले चुनाव में करारी हार का सामाना, फिर खबर आई चाचा शिवपाल यादव उन्हें छोड़कर बीजेपी का दामन थाम सकते हैं। इन झटकों से अभी अखिलेश अभी  बाहर भी नहीं निकस सके थे। उन्हें एक और बड़ा झटका लगने जा रहा है। 

चर्चा है कि सपा के सबसे दिग्गज नेताओं में शामिल आजम खान पार्टी को अलविदा कह सकते हैं। सियासी गलियारों में अटकलें लगाई जा रही हैं कि समाजवादी पार्टी के दिग्गज नेता आजम खान का खेमा पार्टी से नाराज है। खबर है कि यह नाराजगी इस हद तक बढ़ चुकी है कि खान पार्टी छोड़ने पर भी विचार कर सकते हैं। फिलहाल, वह रामपुर से सपा विधायक हैं और सीतापुर जेल में बंद हैं। 

दो साल में सिर्फ एक बार मिले आजम खान से

आजम खां को लेकर उनके समर्थकों और करीबियों में अखिलेश यादव के प्रति गहरी नाराजगी देखी जा रही है। आजम खां के मीडिया प्रभारी फसाहत अली खां शानू ने तो कह दिया कि चुनाव में पूरे प्रदेश में मुसलमानों ने सपा को एकतरफा वोट दिया, इससे ही सपा सवा सौ सीटों पर पहुंची। अब अखिलेश यादव मुसलमानों का साथ नहीं दे रहे हैं। उनका कहना है कि आजम खां दो साल से भी ज्यादा समय से सीतापुर जेल में बंद हैं, वह पार्टी के अहम नेता हैं लेकिन इसके बाद भी अखिलेश केवल एक बार उनसे मिलने जेल गए हैं। उन्हें विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष तक नहीं बनाया गया। पार्टी में मुसलमानों को भी कोई तवज्जो नहीं दी जा रही है। वह गुस्से में यहां तक बोल गए कि अब अखिलेश को हमारे कपड़ों से बदबू आती है। आजम खां जेल से रिहा होंगे तो हम उनसे बात करेंगे कि अब निर्णायक फैसला लें।

शानू की बातों का महत्व

बताया जा रहा कि आजम खां के मीडिया प्रभारी का यह बयान काफी महत्वपूर्ण है, क्योंकि वह आजमा खां के बिना सहमति के कुछ भी नहीं बोलते हैं। अगर शानू ऐसा  बोल रहे हैं तो यह निश्चित है अखिलेश और आजम खां के बीच सबकुछ ठीक नहीं  है। 

बना सकते है अपनी पार्टी

यह बात भी सामने आई है कि आजम के नजदीकियों के बीच नई पार्टी के गठन पर बात भी चल रही है। माना जा रहा कि आजम को ज्यादातर मुकदमों में जमानत मिल चुकी है, ऐसे में वह जल्दी ही बाहर आ जाएंगे।

पहले भी किया है ऐसा

कभी मुस्लिमों में फायरब्रांड नेता की छवि रखने वाले आजम खां एक बार पहले भी सपा से दूर हो चुके हैं। वर्ष 2009 के चुनाव में अमर सिंह के कहने पर मुलायम ने रामपुर से जया प्रदा को लोकसभा चुनाव लड़ा दिया था। इस पर गुस्साए आजम अलग हो गए थे। यहां तक कि फिरोजाबाद के चुनाव में अखिलेश की पत्नी डिंपल यादव के खिलाफ प्रचार को पहुंच गए थे। वह चुनाव हार गई थीं। इसके बाद मुलायम उन्हें मनाने के लिए रामपुर आए थे।

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