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विकास के साथ-साथ 'सेहत' की चिंता ! नीतीश ने 'स्पेशल स्टेटस' की कर दी घोषणा, अब देश भर में 'शराबबंदी' का करेंगे ऐलान ?

विकास के साथ-साथ 'सेहत' की चिंता ! नीतीश ने 'स्पेशल स्टेटस' की कर दी घोषणा, अब देश भर में 'शराबबंदी' का करेंगे ऐलान ?

PATNA:  मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहार के विकास के लिए विशेष राज्य का दर्जा जरूरी मानते हैं. वहीं, बिहारियों की सेहत व तंदुरूस्ती के लिए शराबबंदी। नीतीश कुमार का मानना है कि शराब सबसे बुरी चीज है,यह कैंसर से भी खतरनाक है। इसी सोच के साथ CM ने 2016 में ही पूर्ण शराबबंदी लागू कर दी थी। अब रही बात बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की। सीएम नीतीश कुमार ने 15 सितंबर को ऐलान कर दिया है स्पेशल स्टेटस का दर्जा मिलेगा. 2024 में केंद्र में हमारी सरकार बनने वाली है. सरकार बनते ही यह मांग भी पूरी हो जायेगी। इस तरह से बिहार के साथ-साथ पिछड़े राज्यों को विशेष राज्य का दर्जा मिल जायेगा। अब यह सवाल भी उठने लगा है कि क्या नीतीश कुमार केंद्र की सत्ता में आने पर देशभर के नागरिकों की सेहत की चिंता कर पूर्ण शराबबंदी लागू करेंगे? 

पिछड़े राज्यों के विकास के साथ-साथ भारतीयों की सेहत की चिंता करेंगे नीतीश !

लोकसभा चुनाव 2024 के लिए विपक्ष को एकजुट करने में जुटे बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 15 सितंबर को बड़ा ऐलान कर दिया। खुद को पीएम पद का उम्मीदवार नहीं बताने वाले नीतीश कुमार ने कहा कि अगर केंद्र में हम सरकार बनाते हैं तो ‘सभी पिछड़े राज्यों’ को विशेष राज्य का दर्जा देंगे। नीतीश कुमार ने कहा कि 'अगर हम (विपक्ष) अगली बार (केंद्र में) सरकार बनाते हैं, तो हम पिछड़े राज्यों को विशेष दर्जा क्यों नहीं देंगे? हम केवल बिहार के बारे में बात नहीं कर रहे हैं। हम कुछ अन्य पिछड़े राज्यों के बारे में भी बात कर रहे हैं, जिन्हें विशेष दर्जा मिलना चाहिए।' शुक्रवार को नीतीश कुमार ने कहा था कि हम तो लगातार बिहार के विकास में लगे हैं. अगर विशेष राज्य का दर्जा मिल गया होता तो राज्य का काफी विकास होता। लेकिन केंद्र की सरकार हमारी मांग नहीं मान रही। उन्होंने बीजेपी की सरकार पर बड़ा हमला बोला था। लोक सभा चुनाव से पहले नीतीश कुमारी की बड़ी घोषणा के बाद अब यह मांग उठने लगी है कि जब नीतीश कुमार बिहार समेत सभी पिछड़े राज्यों के विकास के लिए विशेष राज्य का दर्जा देने की घोषणा कर सकते हैं तो फिर सेहत को लेकर भारत भर में शराबबंदी कानून लागू करने की घोषणा क्यों नहीं कर सकते....। क्यों कि नीतीश कुमार का मानना है कि गांधी जी भी शराब के विरोधी थे। उन्हें बताये रास्ते पर ही वे चलते हैं. ऐसे में नीतीश कुमार को पिछड़े राज्यों को स्पेशल स्टेटस देने की तरह भारत में शराबबंदी की घोषणा कर देनी चाहिए। 

हिम्मत है तो देश भर में शराबबंदी लागू करने की घोषणा करें नीतीश 

बीजेपी के वरिष्ठ नेता व पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने नीतीश कुमार चुनौती दे दी है। कहा है कि हिम्मत है तो पूरे देश में शराबबंदी लागू करने की घोषणा करें. यह सवाल उठाकर सुशील मोदी ने नीतीश कुमार को बैकफुट पर ला दिया है। सुशील मोदी ने आज पटना में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि रोज नई नई घोषणा हो रही है. मैं तो नीतीश जी से आग्रह करूंगा कि वह ऐलान कर दें कि पूरे देश में शराब बंदी लागू करूंगा. क्यों नहीं ऐलान कर रहे हैं? जब वे विपक्षी नेताओं से मिले तो क्यों नहीं यह शर्त रखी कि आप मुझे स्वीकार कीजिए और मैं पूरे देश में शराब बंदी लागू करूंगा. हिम्मत है तो वह भी घोषणा कर दीजिए कि देश भर में शराबबंदी लागू करेंगे. सुशील मोदी ने विशेष राज्य का दर्जा देने की घोषणा करने पर कहा कि ऐलान करने में क्या लगता है. लालू यादव रेल मंत्री थे उन्होंने बिहार को विशेष राज्य का दर्जा क्यों नहीं दिलवा दिया?  नीतीश कुमार भी तो केंद्र में मंत्री थे, क्यों नहीं बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलवा दिया. मीडिया में बने रहने के लिए नीतीश कुमार इस तरह के की बयान दे रहे हैं.सुशील मोदी ने नीतीश कुमार को आईना दिखाते हुए कहा कि न नौ मन तेल होगा न राधा नाचेगी.....बोलने में क्या लगता है. केसीआर ने ऐलान किया है कि वह अगर प्रधानमंत्री बन गए तो पूरे देश में बिजली और पानी का बिल माफ कर देंगे. अभी तो रोज नई नई घोषणा सुनने को मिलेगी. जो सत्ता से हजारों मील दूर हैं, जिनकी विपक्षी एकता का प्रयास पहले ही फेल हो गया, 43 विधायकों वाली पार्टी के नेता घोषणा कर रहे।  अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि किसी भी कीमत पर कांग्रेस से समझौता नहीं होगा. इस तरह से विपक्षी एकता का सवाल कहां है। 

बता दें, सीएम नीतीश कुमार ने बिहार में भले ही शराबबंदी कानून लागू कर दिया हो लेकिन यह सिर्फ कागजों पर ही है। बिहार में शराब भले नहीं दिखती हो लेकिन बिकती हर जगह है। यानि सूबे में शराब होम डिलिवरी हो रही। शराब माफिया पिछले छह सालों में अवैध शराब का कारोबार कर करोड़पति हो गये हैं. नीतीश कुमार की शराबबंदी में माफिया इतने ताकतवर हो गये हैं कि समानांतर शासन चला रहे। अब सुशील मोदी ने सीएम नीतीश कुमार को देशभर में शराबबंदी लागू करने की मांग कर उनकी दुखती रग हाथ रख दिया है। 


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