PATNA : गुजरात में बिहार-यूपी के लोगों पर हमले और पलायन के मुद्दे पर कांग्रेस विधायक और बिहार के सह प्रभारी अल्पेश ठाकोर घिरते नजर आ रहे हैं। दरअसल उत्तर भारतीयों के खिलाफ अल्पेश ठाकोर ने ही विरोध की शुरुआत की थी। दरअसल गुजरात की इस घटना का असर बिहार में होना लाजमी है। इसको देखते हुए गुजरात में उत्तर भारतीयों के खिलाफ नफरत फैलाने का आरोप लगने के बाद कांग्रेस विधायक अल्पेश ठाकोर ने डैमेज कंट्रोल की कोशिश की है। मंगलवार को मीडिया के सामने आकर अल्पेश ने कहा कि अगर उन्होंने किसी को धमकी दी है तो वह खुद जेल चले जाएंगे।
समाज और राजनीति में फंसे अल्पेश
गुजरात में जहां उत्तर भारतीयों पर हमला करने वाले उनके समाज के लोग हैं। इतना ही नहीं हमले का आरोप अल्पेश ठाकोर पर भी लगा है। वो ठाकोर सेना से अध्यक्ष हैं। राजनीति और समाज के बीच कांग्रेस विधायक अल्पेश ठाकोर बुरी तरह फंस गए हैं। एक तरफ जहां अल्पेश ठाकोर के सामने उनका अपना ठाकोर समाज है, दूसरी तरफ वो बिहार में कांग्रेस के सहप्रभारी हैं।
अपने ऊपर लगे आरोपों को लेकर अल्पेश ठाकोर ने सफाई दी है कि गुजरात में एक हादसा हुआ है, मैं इसकी कड़े शब्दों में निंदा करता हूं। अगर मैंने किसी को डराया या धमकाया होता तो मैं खुद जेल चला जाता। गुजरात सभी का है। यह उतना ही उनका है जितना कि मेरा।
बिहार में कांग्रेस को झेलनी पड़ रही शर्मिंदगी
बता दें कि गुजरात में उत्तर भारतीयों पर हमले और पलायन के पीछे कांग्रेस के विधायक अल्पेश ठाकोर का नाम सामने आ रहा है। दरअसल गुजरात की इस घटना का असर बिहार में होना लाजमी है।यूपी और बिहार से आए 'बाहरियों' के विरोध की शुरुआत अल्पेश ने ही की थी। खास बात यह है कि वह कांग्रेस पार्टी के बिहार सह प्रभारी भी हैं। हालात नियंत्रण से बाहर होने के कारण अल्पेश की रणनीति बैकफायर कर गई और अब उनकी पार्टी को शर्मिंदगी झेलनी पड़ रही है। यही वजह है कि अल्पेश ठाकोर अब शांति का पाठ पढ़ा रहे हैं।
क्या है मामला
गुजरात के साबरकांठा जिले में 14 माह की बच्ची से बलात्कार की घटना के बाद गैर-गुजरातियों पर कथित तौर पर हमले हुए हैं। इसमें बिहार, उत्तर प्रदेश के लोगों को निशाना बनाया जा रहा है, जिसके चलते बाहरी लोग गुजरात छोड़ने को मजबूर हो रहे हैं।