DESK-प्रेम के कई किस्से आपने सुने होंगे लेकिन राजस्थान में मुहब्बत का एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है.युवती अपना लिंग परिवर्तन कर लड़का बन जाती है उसकी मुलाक सोशल साइट पर एक लड़की से होती है. दोनों के बीच बातचित का सिल सिला शुरु होता है और ये बातचित कब प्यार में तब्दिल हो जाता है पता हीं नहीं चलता.बात शादी तक पहुंचती है लेकिन लड़की के घर वाले दीवार बन कर खड़ा हो जाते हैं. तो मामला पहुंच जाता है राजस्थान उच्च न्यायाल.
दरअसल उच्च न्यायालय में एक व्यक्ति ने बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका लगाई यह व्यक्ति कोई और नहीं लड़की से लड़का बने युवक ने लगाई थी.लड़के ने अपनी माशुका को शरीक -ए- हयात बनाने के लिए राजस्थान हाई कोर्ट का शरण लिया था. याचिका में कहा गया था कि वह युवती से शादी करना चाहता है.लेकिन उसके घर वाले कबाब में हड्डी बने हुए हैं,दोनों बालिग हैं. ऐसे में हाईकोर्ट ने दोनों को अपने स्तर पर निर्णय लेने की छूट दी है.
जस्टिस पंकज भंडारी और जस्टिस भुवन गोयल की खंडपीठ ने लड़की को कोर्ट में पेश करने के आदेश दिए. कोर्ट में पेश हुई युवती सवाई माधोपुर की रहने वाली है. उसने कहा कि वह उस लड़के से विवाह करना चाहती है लेकिन घरवालों को अपने फैसले के बारे में बताया तो परिवार वालों ने दीवार खड़ी कर दी. युवती के बयानों के बाद राजस्थान हाई कोर्ट ने ट्रांसमैन और लड़की को अपना निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र होने की बात कही. न्यायालय ने कहा कि युवती बालिग है और उसे अपनी जिन्दगी के बारे में स्वयं फैसला करने की छूट है.