बिहार उत्तरप्रदेश मध्यप्रदेश उत्तराखंड झारखंड छत्तीसगढ़ राजस्थान पंजाब हरियाणा हिमाचल प्रदेश दिल्ली पश्चिम बंगाल

LATEST NEWS

राजद नेताओं की सनातन और हिंदू विरोधी टिप्पणियों के बीच लालू यादव का तिरुपति जाना भी खास सियासत, भाजपा को बैकफुट पर धकेलने की रणनीति

राजद नेताओं की सनातन और हिंदू विरोधी टिप्पणियों के बीच लालू यादव का तिरुपति जाना भी खास सियासत, भाजपा को बैकफुट पर धकेलने की रणनीति

पटना. सनातन और हिंदू धर्म पर राजद नेताओं की विवादित टिप्पणियों के बीच राजद सुप्रीमो लालू यादव देश के सबसे प्रसिद्ध मंदिरों में एक तिरुपति बालाजी के दरबार में पूजा करने गए हैं. 9 दिसम्बर को तेजस्वी यादव की शादी की सालगिरह पर तिरुपति जाने का लालू परिवार का यह दौरा भले ही निजी हो लेकिन लालू ने इसी बहाने भाजपा को एक बड़ा जवाब देने का भी काम किया है. 

दरअसल हाल ही में देश के पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव के परिणाम इंडिया गठबंधन के मनमाफिक नहीं रहा. कांग्रेस को मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में हार का सामना करना पड़ा. मणिपुर में भी पार्टी की करारी हार हुई. राजनीतिक विश्लेषण का मानना रहा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को सफलता नहीं मिलने के पीछे बड़ा कारण यह भी रहा इंडिया गठबंधन के कई नेताओं ने हिंदू धर्म पर विवादास्पद टिप्पणियां की. नतीजा रहा भाजपा ने जमकर चुनाव में उन विवादित बयानों को भुनाया. कांग्रेस से भाजपा बार-बार सवाल करते रही जो लोग हिंदू धर्म पर विवादित टिप्पणी करते हैं क्या कांग्रेस उसे सही मानती है. माना गया भाजपा का यह दांव चुनाव में काफी सफल रहा.

राजद नेताओं के विवादित बयान : 

सनातन और हिंदू धर्म पर विवादित टिप्पणी करने में राजद नेता भी पीछे नहीं हैं. पिछले कुछ महीनो में राजद के कई नेताओं ने सनातन और हिंदू धर्म पर विवादित टिप्पणी की. बिहार की शिक्षा मंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर ने रामचरितमानस को लेकर विवादित टिप्पणी की. राजद विधायक फतेह बहादुर सिंह ने देवी दुर्गा पर विवादास्पद बयान दिया. वहीं लालू यादव के खास माने जाने वाले शिवानंद तिवारी ने भी सनातन की परंपराओं पर सवाल उठाया. उन्होंने कहा की क्या यह सच नहीं है की सनातन में दलितों पर अत्याचार होता है. स्त्रियों को नर्क का द्वारा बताया गया है. राजद नेताओं की विवादित टिप्पणियों को भाजपा जोर-जोर से बिहार में उठा रही है और इसे राजद की हिंदू विरोधी छवि के रूप में पेश कर रही है.


बीजेपी को जवाब : 

माना जा रहा है कि राजद के नेताओं ने धर्म को लेकर जो विवादित बातें कहीं हैं इसे अगले लोकसभा चुनाव में भाजपा बिहार में भुना सकती है. बीजेपी बिहार के राजद नेताओं की इन टिप्पणियों को केंद्रित कर लालू यादव और राजद को हिंदू विरोधी विचारधारा वाले दल के रूप में पेश कर सकती है. ऐसे में शुरू से ही हिंदू धर्म के प्रति आस्थावान लालू यादव अभी से सतर्क दिख रहे हैं. हिंदू धर्म, पूजन पाठ उनकी गहरी आस्था रखने वाले लालू यादव को धार्मिक प्रवृत्ति का व्यक्ति माना जाता है. उनके परिवार में अक्सर पूजा पाठ के वीडियो- फोटो वायरस होते रहते हैं. इतना ही नहीं लालू के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव भी अक्सर भक्ति भाव में डूबे रहते हैं. वहीं तेजस्वी यादव भी कई बार अलग-अलग मंदिरों में पूजा करते दिख चुके हैं.

लालू का संकेत से सियासत : 

ऐसे में लालू यादव का अब तिरुपति बालाजी मंदिर जाना एक अलग किस्म का संकेत है जो भाजपा के उन हमलों की काट के रूप में है जो लालू और राजद को हिंदू विरोधी पेश करने की हो सकती है. भाजपा के ऐसे हमलों से राजद को बचाने के लिए संभवतः लालू ने पहले से ही तैयारी कर रखी है. लालू यादव पिछले कुछ महीनो के दौरान पहले गोपालगंज के थावे मंदिर गए. देवघर के बाबा बैद्यनाथ धाम मंदिर गए. महाराष्ट्र के सिद्धिविनायक मंदिर गए और अब तेजस्वी यादव की शादी की सालगिरह पर पूरा लालू परिवार तिरुपति गया है. यानी भारतीय जनता पार्टी भविष्य में लोकसभा चुनाव के दौरान राजद और लालू यादव को हिंदू विरोधी के रूप में पेश करें इसके काट के रूप में लालू यादव ने पूरी तैयारी अभी से कर रखी है. एक तरह से देखा जाए तो यह बिहार में भाजपा को बैकफुट पर धकेलने की लालू यादव की खास रणनीति का ही हिस्सा है. 


Suggested News