NEWS4NATION DESK : महाराष्ट्र में किसी भी दल के पास बहुमत नहीं होन के बाद सरकार नहीं बन पाई और वहां 6 महीने के लिए राष्ट्रपति शासन लगा दिया गया है।
राष्ट्रपति शासन लगने के बाद गृह मंत्री अमित शाह ने महाराष्ट्र के सियासी घटनाक्रम पर पहली बार चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि पार्टी को शिवसेना की नई मांग स्वीकार नहीं है। मैंने और पीएम नरेंद्र मोदी ने कई बार सार्वजनिक तौर पर कहा था कि गठबंधन चुनाव जीता तो देवेंद्र फडणवीस सीएम होंगे। तब किसी ने इसका विरोध नहीं किया था।
उन्होंने कहा कि अब वे (शिवसेना) नई मांग उठा रहे हैं, जिसे नहीं माना जा सकता। शाह ने कहा कि हमने कोई विश्वासघात नहीं किया। सबसे बड़ा नुकसान तो बीजेपी का हुआ है।
वहीं राष्ट्रपति शासन लगाने के राज्यपाल के फैसले का बचाव करते हुए शाह ने कहा कि राज्यपाल ने सरकार बनाने के लिए 18 दिन दिए। किसी राज्य में इतना वक्त नहीं दिया गया। दलों के पास आज भी मौका है, नंबर हैं तो वे राज्यपाल के पास जा सकते हैं। मैं नहीं चाहता कि मध्यावधि चुनाव हों।