DESK. लखनऊ. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में एक चुनावी सभी में जनता को मुजफ्फरनगर दंगों की याद दिलाई. कहा कि मुजफ्फरनगर के दंगों में जो पीड़ित थे, उन्हें आरोपी बना दिया और जो आरोपी थे उन्हें पीड़ित करार दिया गया. आरोप लगाया कि तत्कालीन सपा सरकार की पुलिस ने वोट बैंक को ध्यान में रखकर कार्रवाई की. हजारों फर्जी केस दर्ज कर दिये गये.
अमित शाह ने कहा, भाजपा मुजफ्फरनगर दंगा पीड़ितों के साथ चट्टान की तरह खड़ी रही. अखिलेश यादव की पूर्व सरकार को निशाने पर लेते हुए अमित शाह ने कहा कि वह मुजफ्फनगर और पूरे पश्चिमी उत्तर प्रदेश की जनता से पूछने आये हैं कि क्या जनता दंगों को भूल गयी है. अगर नहीं भूली है तो वोट देने में गलती मत करना. वरना फिर से वही दंगे कराने वाले लखनऊ की गद्दी पर बैठ जायेंगे. कहा कि भाजपा के शासन में अब तक एक भी दंगा नहीं हुआ.
दंगा कराने वाले जेल की सलाखों के पीछे हैं. उन्होंने कहा कि भाजपा ने उत्तर प्रदेश में कानून का राज स्थापित किया है. शाह ने कहा कि अखिलेश बाबू को शर्म भी नहीं आती, कल यहां कहकर गये कि कानून-व्यवस्था की स्थिति ठीक नहीं है. अखिलेश बाबू आज मैं सार्वजनिक कार्यक्रम में आंकड़े देने आया हूं, हिम्मत हो तो आपके समय के आंकड़े लेकर कल प्रेसवार्ता करिए.
अमित शाह ने कहा कि उत्तर प्रदेश में अगर सपा और बसपा की सरकार आयी तो एक बार फिर माफिया राज आयेगा. जातिवाद होगा. उन्होंने कहा कि योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में अखिलेश सरकार के मुकाबले डकैती के मामलों में 70 प्रतिशत कमी आयी है. कहा कि अगर आप भाजपा को वोट देते हैं, तो हम यूपी को नंबर एक बना देंगे.
अमित शाह ने कहा कि यूपी में अखिलेश यादव और जयंत चौधरी मतदान की गिनती तक साथ हैं. अगर सपा सरकार बनती है, तो आजम खान सरकार में बैठेंगे और जयंत भाई बाहर हो जायेंगे. सपा आरएलडी गठबंधन पर तंज कसते हुए कहा कि उनके उम्मीदवारों की सूची बता रही है, चुनाव के बाद क्या होनेवाला है.