पटना. पंचायती राज मंत्रालय 11 से 17 अप्रैल तक आईकॉनिक विक के रूप में मनाने का फैसला किया है। इसको लेकर बिहार के पंचायती राज विभाग के मंत्री सम्राट चौधरी ने बताया कि आजादी का अमृत महोत्सव के तहत पंचायती राज मंत्रालय भारत सरकार के माध्यम से दिनांक 11 से 17 अप्रैल के मध्य आजादी के अमृत महोत्सव को आईकॉनिक विक के रूप में मनाए जाने एवं उक्त अवधि में पंचायत स्तर पर जागृति/प्रेरित करने वाले समारोह का आयोजन करने का निर्णय लिया गया है।
इस अवधि में ग्राम पंचायत, पंचायत समिति एवं जिला परिषद स्तर पर स्वास्थ्य एवं स्वच्छता, स्वच्छ पेयजल, जल संचय/संरक्षण, विद्युतीकरण, पंचायत सरकार भवनों का उद्घाटन, महिला एवं बाल विकास हेतु सरकारी एवं गैर सरकारी पर्यटन प्रवर्तन, लैंगिक समानता, सामुदायिक परिसंपत्तियों का रख-रखाव, स्वयं सहायता समूह में महिलाओं की भूमिका, एसडीजी नवाचार आदि विषयों पर आमजन को जागरूक/प्रेरित करने के लिए प्रचार-प्रसार, कार्यशाला, संगोष्ठी, प्रदर्शनी, नुक्कड़ नाटक आदि समारोह का आयोजन किया जाएगा।
इस सप्ताह में आयोजित होने वाले कार्यक्रम में आजादी का अमृत महोत्सव से संबंधित लोगों का प्रदर्शन आवश्यक रूप से किया जाएगा। इस संबंध में Beacon पंचायत के रूप में चयनित पंचायतों में विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। 14 अप्रैल 2022 को राज्य अंतर्गत सभी ग्राम पंचायतों में विशेष ग्राम सभा का आयोजन किया जाएगा। इस ग्राम सभा में सतत विकास लक्ष्यों में 17 SDG को आच्छादित करने वाले 9 SDG थीम्स है।
(1) Poverty free and Enhanced livelihood
(2) Healthy Village
(3) Child friendly Village
(4) Water Sufficient Village
(5) Clean and Green Village
(6) Self-sufficient Infrastructure in Village
(7) Socially Secured Village
(8) Village with good Governance
(9) Engendering Development in Village
24 अप्रैल 2022 को राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस के अवसर पर ग्राम पंचायत के द्वारा विशेष ग्राम सभा का आयोजन किया जाएगा। उक्त दिवस को ग्राम सभा की पूर्व की बैठक में चयनित थीम्स को स्वीकार किया जाएगा। आईकॉनिक वीक 11 से 17 अप्रैल की अवधि में संबंधित जिले के जिला पदाधिकारी, मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी जिला परिषद एवं जिला स्तरीय अन्य वरीय पदाधिकारी पंचायतों में आयोजित होने वाले समारोह के उद्घाटन/समापन अवसर पर उपस्थित रहेंगे।
पंचायत के निर्वाचित प्रतिनिधियों, स्वतंत्रता सेनानी, युवा वर्ग, महिलाओं, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति के प्रतिनिधि को आयोजित समारोह में उपस्थित होने के विशेष तौर पर आमंत्रित किया जाएगा।