PATNA : बिहार पब्लिक सर्विस कमीशन की 63वीं प्रतियोगिता परीक्षा में अमूल्य रत्न को पहले ही प्रयास में 7वां रैंक मिला है। अमूल्य रत्न ने UPSC की परीक्षा भी दी है जिसका परिणाम आना बाकी है।
अमूल्य रत्न ने पटना के पटना सेंट्रल स्कूल से अपनी स्कूली शिक्षा ग्रहण की थी। अमूल्य के इस सफलता पर पटना सेंट्रल स्कूल में भी जश्न का माहौल रहा। वहीं स्कूल प्रबंधन ने अपने इस पूर्ववर्ती छात्र की सफलता पर कार्यक्रम का आयोजन किया। जिसमें उन्हें पूरे परिवार के साथ सम्मानित किया गया।
विद्यालय के संस्थापक राज ऋषि आचार्यश्री सुदर्शनजी महाराज ने अमूल्य रत्न को मंच पर शाल, पुष्प देकर उनका अभिवादन किया। वहीं अमूल्य रत्न ने आचार्य श्री का आशीर्वाद प्राप्त किया। इस मौके पर अमूल्य ने कहा कि मेरी सफलता के पीछे आचार्यश्री एवं पटना सेंट्रल स्कूल के शिक्षकों का महत्वपूर्ण योगदान है।
उन्होंने कहा कि यहां नैतिक व् तथ्यपरक शिक्षा एवं शिक्षकों का मार्गदर्शन यहां के पढ़ने वाले छात्रों के लिए बहुत उपयोगी है। यहां के छात्रों को समय-समय पर आचार्य श्री द्वारा प्रेरक वचनों के माध्यम से परीक्षा में सफलता कैसे पाएं ? तनाव से कैसे बचें ? एवं शिक्षा को जीवनोपयोगी कैसे बनायें? आदि विषयों पर मार्गदर्शन मिलते रहते हैं, जो उनकी सफलता का मूल मन्त्र साबित हुआ है। उनके यही वचनों ने मेरे लिए भी सफलता के कई द्वार खोल दिए हैं। वहीं कार्यक्रम के दौरान अमूल्य रत्न ने यहां पढ़ने वाले बहुत सारे छात्रों के जिज्ञासा भरे प्रश्नों का जवाब दिया। |
वहीं आचार्य श्री सुदर्शन जी महाराज ने कहा कि अनुशाशन, दृढ़ निश्चय और कढ़ी मेहनत ही सफलता कि कुंजी होती है। कोई भी छात्र इस सूत्र को अपनाकर मनवांछित सफलता प्राप्त कर सकता है। उन्होंने कहा कि इससे पहले भी पटना सेंट्रल स्कूल के छात्र , विभिन्न क्षेत्रों में सफलता का परचम फहरा चुके हैं।