मशहूर बिज़नेस मैन और महिंद्रा ग्रुप ग्रुप के मालिक आनंद महिंद्रा ने कुछ महीने पहले एक ट्वीट किया था जो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. इस ट्वीट में आनंद ने एक फोटो शेयर की थी जिसमे व्यक्ति जूतों का अस्पताल खोल रखा था और खुद को जूतों का डॉक्टर बता रहा था. इस ट्वीट में आनंद ने लिखा था , "इस आदमी को इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट" में मार्केटिंग की पढ़ाई करवानी चाहिए." महिंद्रा जींद के रहने वाले "जख्मी जूतों का अस्पताल"
आनंद को ये मार्केटिंग का आईडिया इतना पसंद आया कि उन्होंने अपनी एक टीम को इस शख्स के पास भेज दिया। इस अनोखे डॉक्टर के मामले में एक नया अपडेट आया है. उन्होंने ट्वीट कर बताया कि नरसी राम के इस आइडिया से वो काफी प्रभावित हुए. उन्होंने अपनी टीम नरसी राम से मिलने भेजी और अब ‘जख्मी जूतों का अस्पताल’ नाम के इस आइडिया में इन्वेस्ट भी किया है.
जब टीम ने जूतों के डॉक्टर नरसी राम से पूछा की उन्हें क्या चाहिए तो नरसी ने जवाब में बताया कि उन्हें मदद के रूप में एक kiosk यानी बूथ जैसे दुकान चाहिए जिसमे वे अपना छोटा सा अस्पताल खोल सकते हैं.
आनंद महिंद्रा ने एक स्टूडियो डिज़ाइन करवाया है जो की खुद में ही एक छोटा सा अस्पताल होगा और नरसी राम इसमें अपनी दुकान को आराम से चला पाएंगे। आनंद ने इस स्टूडियो का डिज़ाइन इंजीनियर्स से करवाया है. मसलन जूतों की मरम्मत करने वाला इस स्टूडियों में बैठने के बाद बारिश से बचा रहेगा, कड़ी धूप से उसका बचाव होगा.
इस प्रोजेक्ट पर आनंद महिंद्रा और इंजीनियर्स की टीम ने काफी मेहनत की है. यह कामगार के लिए और वहां मौजूद कस्टमर्स के लिए भी सुविधाजनक रहने वाला है.