PATNA: मोकामा के बाहुबली विधायक अनंत सिंह के ठिकानों पर छापेमारी के लिए बेताब दिख रही पटना पुलिस आखिर अनंत सिंह के कट्टर दुश्मन विवेका पहलवान के ठिकानों पर छापेमारी क्यों नहीं की? आज जो वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है उसके बाद ये सवाल पूछा जा रहा है।
बता दें कि सोशल मीडिया में एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमे युवक हाथों में दो-दो एकके 47 लेकर लहरा रहा है। बताया जा रहा है कि यह विवेका पहलवान के करीबियों का वीडियो है।इतना ही नहीं कहा तो यह भी जा रहा है कि यह विवेका पहलवान का ही घर है।तस्वीर भी उसकी तस्दीक कर रही है।
आखिर सवाल यह है कि आधी रात में छापेमारी कर विधायक के पैतृक आवास नदवां से एके-47 और 2 हैंड ग्रेनेड बरामद करने वाली पुलिस को क्या या भनक नहीं थी कि अनंत सिंह के कट्टर दुश्मन विवेका पहलवान के घर में भी कोई हथियार हो सकता है ? एके-47 की बात तो छोड़ दें यह सबको पता है कि अनंत सिंह के कट्टर दुश्मन विवेका पहलवान भी बाहुबल के मुकाबले में कोई कम नहीं हैं ।
बड़ा सवाल यह है कि अनंत सिंह और उसके करीबियों पर लगातार शिकंजा कसने वाली पुलिस आखिर विवेका पहलवान के मामले में सुस्त क्यों थी? कोई ऊपर से दबाव था या फिर किसी के कहने पर लगातार अनंत सिंह पर शिकंजा कसा जा रहा था? सवाल यह भी है कि फरार लोगों के घर में कुर्की जब्ती करवाकर अपना पीठ थपथपाने वाली पुलिस आखिर क्यों नहीं पता लगा पाई कि विवेका पहलवान के घर में भी दो-दो एके-47 मौजूद है।
गौरतलब है कि AK -47 बरामदगी मामले में अनंत सिंह बेउर जेल में बंद हैं तो वहीं विवेका पहलवान जेल से बाहर। गौरतलब है कि 90 के दशक से लगातार विवेका पहलवान और अनंत सिंह के बीच वर्चस्व की लड़ाई जारी है जिसमें दर्जनों लोग मारे गए हैं।
ऐसे में क्या पटना पुलिस ने यह समझ लिया था कि अगर अनंत सिंह किसी की हत्या की साजिश रच रहे हैं या फिर हथियार जमा कर रहे हैं तो क्या उसके कट्टर दुश्मन विवेका पहलवान शांत बैठे हुए हैं या फिर उन्होंने संन्यास ले लिया है? जाहिर है कि जिस तरीके से यह वीडियो सामने आया है उसके बाद पटना पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठना लाजिमी है।