NAWADA : जिले में महिला पर्यवेक्षिका की बहाली में आंगनबाड़ी सेविकाओं को किसी प्रकार का लाभ नहीं मिलेगा। आइसीडीएस के निदेशक ने इस बावत पत्र जारी कर दिया है।
पत्र के अनुसार जो भी नियोजन होगा सीधी भर्ती से होगा। बता दें पूर्व में आंगनबाड़ी सेविकाओं के लिए 50 फीसद का कोटा आरक्षित किया गया था।
दरअसल 5 जुलाई को जिला प्रशासन द्वारा समेकित बाल विकास परियोजना में 52 महिला पर्यवेक्षिका की संविदा पर नियोजन के लिए आवेदन की मांग की गई थी। इस वैकेंसी में 50 फीसद यानि 26 सीटें आंगनबाड़ी सेविकाओं के लिए आरक्षित की गई थी।
इस बीच निदेशक आइसीडीएस ने पत्रांक 3626 दिनांक 13.07.19 के माध्यम से जारी आदेश में स्पष्ट कर दिया गया है कि बहाली में आंगनबाड़ी सेविकाओं को किसी प्रकार का कोई आरक्षण नहीं मिलेगा।
आइसीडीएस की ओर से इसका कारण बताते हुए कहा गया है कि सामान्य प्रशासन विभाग ने सभी सेवाओं व पदों पर दी जाने वाली सभी प्रोन्नतियां एवं प्रोन्नति हेतु विभागीय प्रोन्नति समिति की बैठक की कार्रवाई अगले आदेश तक स्थगित रखी है। ऐसे में अनुबंध पर नियोजन हेतु आवेदन सीधी भर्ती के लिए आमंत्रित किए गए है।
पत्र में कार्यक्रम पदाधिकारी स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि किसी प्रकार का भ्रम न रह जाए, इसलिए इसका प्रचार-प्रसार कराया जाए।
बहरहाल निदेशक के इस पत्र से आंगनबाड़ी सेविकाओं को किसी प्रकार लाभ मिलने की संभावना समाप्त हो गई है। उनमें निराशा देखी जा रही है। बड़ी संख्या में आंगनबाड़ी सेविकाएं पर्यवेक्षिका बनने का ख्वाब लिए आवेदन भरने के लिए आवश्यक कागजात आय, आवासीय, अनुभव, चरित्र प्रमाण पत्र तैयार कर रही थीं।
इस बीच आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका संघ निदेशक के पत्र पर असहमति जताते हुए उच्च न्यायालय जाने की तैयारी में हैं।
अमन सिन्हा की रिपोर्ट