BADH : बाढ़ के एनटीपीसी थाना अंतर्गत गुरुवार की संध्या नवादा गांव निवासी 50 वर्षीय धरमवीर प्रसाद को अपराधियों ने गोली मारकर गंभीर रूप से जख्मी कर दिया था. आनन-फानन में उन्हें बाढ़ अनुमंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया गया. वहाँ से बेहतर इलाज के लिए पीएमसीएच भेजा गया था. तीन दिन जिंदगी और मौत से जूझने के बाद आखिरकार धर्मवीर की मौत हो गई.
उनकी मौत की सूचना पाकर ग्रामीण आक्रोशित हो गए और लाश आने से पहले ही एनएच 31 को नवादा गेट के पास जाम कर हंगामा करने लगे. इस दौरान ग्रामीणों ने तरह तरह का आरोप भी लगाये. ग्रामीणों ने स्पष्ट तौर पर कहा कि पूरे गांव में शराब की जमकर बिक्री कराई जाती है. इसे पुलिस का संरक्षण प्राप्त है.
वहीं दूसरी तरफ 3 दिन गुजर जाने के बावजूद भी किसी की गिरफ्तारी न होने पर भी ग्रामीण आक्रोशित थे. ग्रामीणों ने इस मामले को लेकर एनटीपीसी थाना मुर्दाबाद का भी जमकर नारा लगाया. वहीं दूसरी तरफ महिलाओं में इतना आक्रोश देखा गया कि वे पुलिस के सामने भीड़ में चप्पल और डंडे दिखाते नजर आई. रोती हुई महिलाएं आरोप लगा रही थी कि पुलिस अपराधियों के साथ मिली हुई है. जब मौत की खबर आई तो पुलिस जाम छुड़वाने के लिए घटनास्थल पर पहुंची.
इस दौरान पुलिस को बहुत विरोध का सामना करना पड़ा. थानाध्यक्ष संजीत कुमार ने भी ग्रामीणों को बहुत समझाने का प्रयास किया. लेकिन 4 घंटा गुजर जाने के बावजूद भी अभी तक जाम नहीं छूटा है. बीच सड़क पर धर्मवीर की लाश को रखकर लोग हंगामा कर रहे हैं, जिससे यातायात व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है. विशेषकर बोलबम यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. खबर लिखे जाने तक पुलिस पदाधिकारियों के साथ मिलकर ग्रामीणों को समझाने के प्रयास में जुटी रही. इसके बावजूद आक्रोशित लोग मानने को तैयार नहीं हैं. र त्वरित न्याय को लेकर आंदोलन के मूड में नजर आ रहे थे।
पटना ग्रामीण से रवि शंकर शर्मा की रिपोर्ट