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कोरोना को लेकर अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल अस्पताल की तैयारी पूरी, कल से शुरू हो सकता है 100 बेड का स्पेशल वार्ड

कोरोना को लेकर अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल अस्पताल की तैयारी पूरी, कल से शुरू हो सकता है 100 बेड का स्पेशल वार्ड

GAYA : कोविड 19 संक्रमण के बढ़ते प्रसार को देखते हुए अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल ने पूरी तैयारी कर ली है। इसके अंतर्गत मातृ शिशु अस्पताल (एमसीएच, ब्लॉक) का निरीक्षण अभी कुछ दिन पहले स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत द्वारा  किया गया था।  निरीक्षण के क्रम में प्रधान सचिव ने सिविल सर्जन/अधीक्षक, एएनएमएमसीएच को निर्देश दिया कि मातृ शिशु अस्पताल (एमसीएच, ब्लॉक) में केवल कोविड मरीज ही आएंगे। उनके परिजनों के लिए अस्पताल के बाहर एक परिजन कक्ष बनाया जाए, जहां मूलभूत सुविधाएं यथा पेयजल, शौचालय, पंखा इत्यादि मौजूद हो। उन्होंने अस्पताल में कोविड टेस्टिंग, जांच मशीन, वार्डों का जायजा लेते हुए निर्देश दिया कि कम से कम 36 घंटे का ऑक्सीजन बैकअप रखना सुनिश्चित करें। साथ ही वार्डों में बेड के साथ ऑक्सीजन कनेक्शन की जांच एवं सभी बेड में नंबरिंग स्टीकर चिपकाने का निदेश दिया। अस्पताल की सफाई प्रतिदिन होनी चाहिए, यह सुनिश्चित करेंगे। अस्पताल में बनाये गए अटेंडेंट कक्ष में एक्स-रे मशीन संस्थापन करने का  निर्देश दिया। 

साथ ही जिलाधिकारी ने भी निरीक्षण के क्रम में निर्देश दिया कि सभी वार्डों में पल्स ऑक्सीमेटर लगाया जाए ताकि सस्पेक्टेड/नॉन सीरियस मरीजों का लगातार जांच किया जा सके। साथ ही सभी वार्डों में कोविड से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी, नियंत्रण कक्ष का नंबर संबंधी बैनर लगाने का निदेश दिया। उन्होंने  निर्देश दिया कि मातृ शिशु अस्पताल में प्रवेश के लिए जो गेट बनाया गया है, गेट के पास केवल कोविड मरीज़ों के लिए का बैनर लगवाना सुनिश्चित करें। उन्होंने  निर्देश दिया कि प्रतिदिन कम से कम 2 से 3 बार मरीज़ों के सेहत से संबंधित बुलेटिन परिजन कक्ष में प्रसारित करवाना सुनिश्चित करें। 

 साथ ही सुप्रीटेंडेंट हरिचंद्र हरि  ने बताया कि अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल को प्रधान सचिव के निर्देश पर कोविड-19 डेडिकेटेड अस्पताल घोषित किया गया है। यह अस्पताल न केवल गया जिला के लिए है, बल्कि पूरे मगध प्रमंडल के सभी जिलों के लिए है और यहां जो गंभीर मरीज होते हैं, जिन्हें इलाज की आवश्यकता है, वे यहां आ रहे हैं। अभी 28 मरीज यहां भर्ती हैं। उन्होंने बताया कि अस्पताल में 100 लोगों के लिए बेड की व्यवस्था की गई है। साथ ही 60 बेड वाले आइसोलेशन सेंटर की भी व्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया कि आने वाले समय में मगध मेडिकल अस्पताल पूरी तरह सभी बीमारियों के लिए इलाज में परिपूर्ण होगा।

अधीक्षक ने जिलेवासियों से अपील किया है कि यदि किसी व्यक्ति को कोरोना के लक्षण से संबंधित समस्या हो रही है, तो वे सीधा मगध मेडिकल के मातृ शिशु अस्पताल में आए और अपनी जांच कराएं। कोरोना के लक्षण लगने पर जरा भी विलंब न करें, सबसे पहले अपनी जांच करवाएं एवं पॉजिटिव पाए जाने पर खुद को आइसोलेट करें। आइसोलेशन की सुविधा घरों में एवं अस्पताल में की गई है। यदि वे घर में आइसोलेट होते हैं, तो अपने परिवार से बिल्कुल दूरी बनाए रखें, खुद को अलग रखें। साथ ही उन्होंने कहा कि कोरोना से बचने के लिए काफी हद तक मास्क का प्रयोग, सामाजिक दूरी का अनुपालन करने से किया जा सकता है। कोरोना संक्रमण को हल्के में न लें, जब तक आवश्यकता न हो घरों से बाहर न निकले। विशेषकर वृद्ध व्यक्ति, बच्चे, गंभीर रोग से ग्रसित लोग, गर्भवती महिलाएं सभी बेवजह घर से बाहर न निकले। अधीक्षक ने लोगों से अपील किया है कि यदि जिलावासियों का सहयोग रहा तो हम सब जल्द ही कोरोना वायरस को मात दे सकेंगे। अधीक्षक ने यह भी बताया कि स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव और जिला प्रशासन का पूरा सहयोग मगध मेडिकल कॉलेज को मिल रहा है और इसी के चलते यह 100 बेड का विशेष हाईटेक वार्ड शुरू होने जा रहा है।

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