WEST CHAMPARAN : अरुणाचल प्रदेश में बुधवार को ड्यूटी पर तैनात बिहार के रहने वाले शिवजी की गस्ती के दौरान भूस्खलन में दबकर मौके पर ही मौत हो गई. शिवजी प॰चंपारण के चनपटिया थाना के पटखौली के निवासी थें और वह नौ वर्षों से फ़ौज में थें. आज शुक्रवार को जब शदीद जवान का शव उनके गांव लाया गया तो पूरा इलाका गमगीन हो गया. शहीद का पार्थिव शरीर जैसे ही गांव पहुंचा हजारों की संख्या में आए लोगों ने तिरंगा लहराते हुए शहीद सीताराम शिवजी अमर रहे के नारे लगाए।
इस बीच शहीद की पत्नी खुशबु और मां का रो-रोकर बुरा हाल था. शिवजी के दो छोटे बच्चे दो वर्ष का आयुष और तीन साल की नीधी को यह पता तक नहीं था कि उसके पापा को क्या हो गया है और वह उठ क्यों नहीं रहे हैं. अपनी मां को रोता देख बच्चे भी रोने लगते हैं और पापा को उठने के लिए कहते हैं. यह दृष्य देख वहां पर उपस्थित हर लोगों की आंखे नम हो जाती है.
पूरे राजकीय सम्मान के साथ शहीद का अंतीम शव यात्रा निकाला गया और पूरे रीती रिवाज के साथ शहीद का अंतिम संस्कार पैतृक गांव में किया गया. जब शहीद शिवजी के दो वर्षीय पुत्र ने उन्हें मुखाग्नी दिया तो उस समय घाट पर आए सभी लोगो के आखो से आँसू रुकने का नाम नही ले रहा था और भारत माता की जयकारे से पूरा ईलाका गूंज गया. मौके पर पहुंच पश्चिम चम्पारण के भाजपा सासंद डॉ॰संजय जायसवाल ने भी शहीदों के परीजनों को सांत्वना दी.