PATNA : मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री का पद संभालते ही कमलनाथ के बयान पर विवाद खड़ा हो गया है। कमलनाथ ने कहा था कि मध्य प्रदेश की ज्यादातर नौकरियां उत्तर प्रदेश और बिहार के लोगों को मिल जाती हैं। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश की 70 फीसदी नौकरियां यहां के लोगों को मिलनी चाहिए। उनके इसी बयान के साथ ही सवाल उठने लगे हैं कि क्या कांग्रेसी कमलनाथ महाराष्ट्र में सक्रिय राज ठाकरे वाली राजनीति शुरू करेंगे। कमलनाथ के इस बयान पर बिहार के नेताओं ने आपत्ति दर्ज कराई है। केन्द्रीय मंत्री और बिहार बीजेपी के वरिष्ठ नेता अश्विनी चौबे ने कमलनाथ को बिहार यूपी में नहीं घुसने देने की चेतावनी दी है। उन्होंने राष्ट्रपति से भी आग्रह किया है कि देश विरोधी बात बोलने वाले ऐसे मुख्यमंत्री कमलनाथ को अविलंब बर्खास्त किया जाए।
क्या कहा चौबे ने
अश्विनी चौबे ने कहा कि बिहार यूपी के विरुद्ध आग उगलने वाले ऐसे मुख्यमंत्री कमलनाथ को हम बिहार यूपी में घुसने नहीं देंगे। भारतीय जनता पार्टी देश की एकता, अखंडता और अस्मिता के साथ कोई समझौता नहीं करेगी। बाहरी शत्रुओं के साथ ही हम देश के अंदर पलने वाले ऐसे देश विरोधी तत्वों से सख्ती से निपटेंगे।
कांग्रेस का चरित्र उजागर
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि देशविरोधी काम करना कांग्रेस पार्टी का चरित्र रहा है। आजादी के समय से हिंदू- मुस्लिम दंगे,1984 का सिख विरोधी दंगा,भागलपुर दंगा आदि सभी दंगों में कांग्रेस पार्टी की स्पष्ट संलग्नता रही है। सिख विरोधी दंगों में रहने वाले कमलनाथ को मध्य प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाकर कांग्रेस पार्टी ने अपना चरित्र उजागर कर दिया है और मुख्यमंत्री बनते ही कमलनाथ ने नागनाथ का रूप धरकर बिहार और यूपी के लोगों के विरोध में जहर उगलना शुरू कर दिया है। यह देश किसी भी हालत में स्वीकार नहीं करेगा।
मेहनती होते हैं बिहारी
बिहार यूपी के लोगों की बड़ाई करते हुए श्री चौबे ने कहा कि दूसरे राज्यों में जाकर अपनी मेहनत से यह लोग ना सिर्फ आजीविका कमाते हैं बल्कि उस प्रदेश के विकास में भी एक महत्वपूर्ण योगदान करते हैं।