औरंगाबाद. देश में आईएएस और आईपीएस का पद रुतवा वाला माना जाता है, लेकिन कई युवा इस पद पर आने के बाद भी सादगी और लीक से हटकर काम करने के लिए कुछ ना कुछ पहल करते रहते हैं। इसमें बिहार कैडर के आईएएस अधिकारी सौरभ जोरवाल भी हैं। वे तत्काल औरंगाबाद जिले के जिलाधिकारी हैं और लोगों को प्रेरित करने के लिए कुछ न कुछ कदम उठाते रहते हैं। इस कड़ी में जब जिलाधिकारी धान की क्रॉप कटिंग कराने खेत पहुंचे तो उन्होंने खुद से ही हसुआ पकड़ लिया और धान काटने लगे। उनके इस किसानी रूप को देखकर उपस्थित लोगों ने ताली बजाकर स्वागत किया।
डीएम जिले के सदर प्रखंड के पडरावा पंचायत के जोकहरी गांव पहुंचे और धान की फसल की क्रॉप कटिंग के लिए डीएम ने पैंट शर्ट पहन कर खेत पहुंचे थे। खेत पहुंचते हुए डीएम तैयार धान की फसल को प्रणाम किया और मंत्रोच्चार के साथ हसुआ लेकर धान की कटनी करने लगे। डीएम के इस सादगी भरे किसान के पारंपरिक ड्रेस में देखकर आम किसान और उपस्थित लोग काफी प्रसन्न दिखे। इस मौके पर जिला सांख्यिकी पदाधिकारी सतीश कुमार, जिला कृषि पदाधिकारी, वीडियो पंचायत के मुखिया अनिल पासवान, समिति सुनील कुमार सिंह, वार्ड सदस्य राम कुमार चौबे सहित अन्य ग्रामीण उपस्थित थे।
इसके बाद डीएम ने बगल में ही रहे प्राथमिक विद्यालय की जांच की और शिक्षक की भूमिका में बच्चों को न सिर्फ पढ़ाया, बल्कि किचन में बन रहे भोजन की भी जांच की। साथ व्यवस्था में सुधार करने की हिदायत दी। डीएम ने शिक्षकों से कहा कि बच्चों की उपस्थिति को हर हाल में बढ़ाएं। इसी बीच चित्र गोपी गांव में भुनेश्वर विश्वकर्मा की पत्नी पहुंची और रोते हुए कही कि हमारे घर में बिजली का बल्ब नहीं जलती है साहब, फिर भी 7000 का बिल भेज दिया गया है। कारण यह है कि कुछ माह पहले वार्ड सदस्य ने हमारा आधार कार्ड बिजली कनेक्शन दिलाने के नाम पर लिया था। महिला के आवेदन पर डीएम ने जांच कर उचित कार्रवाई करने का आश्वासन दिया।