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शादी के मंडप में मांग में सिंदूर पड़ने से पहले ही पुष्पा को कोबरा जवानों ने किया गिरफ्तार, पढ़िए पूरी खबर

शादी के मंडप में मांग में सिंदूर पड़ने से पहले ही पुष्पा को कोबरा जवानों ने किया गिरफ्तार, पढ़िए पूरी खबर

AURANGABAD : एक समय था जब चम्बल की घाटियों में फूलन देवी की तूती बोलती थी. उसके बन्दुक के गोलियों के आगे अच्छे-अच्छों के पसीने छुट जाते थे. लेकिन फूलन देवी यूँ ही चम्बल की घाटियों में नहीं पहुँच गयी थी. इसके पीछे उसपर होनेवाला अत्याचार जिम्मेवार था. घर गृहस्थी सँभालने वाली फूलन एक दिन चम्बल में आतंक का पर्याय बन गयी. औरंगाबाद के पुष्पा की कहानी भी कुछ इसी तरह की है. दोनों में अंतर बस इतना है की फूलन देवी डाकुओं की सरगना थी और औरंगाबाद की पुष्पा नक्सलियों के साथ काम करती है. आइये बात करते है नक्सलियों की फूलन पुष्पा की.  


औरंगाबाद के जंगली इलाके के एक छोटे से कसबे लँगूराहि में एक गरीब परिवार में पुष्पा का जन्म हुआ था. वह भी अपनी परिवार के ऊपर हो रहे अत्याचारों को सहन नहीं कर सकी और अंत में नक्सलियों का दामन थाम लिया. पुष्पा उस लाल दुनिया में तकरीबन अपनी जिंदगी की पांच साल गुजारने के बाद एक बार फिर मुख्य धारा में आना चाहती थी. वह अपना घर परिवार भी बसाना चाहती थी. उसी को लेकर पुष्पा हथियार को त्याग कर एक दाम्पत्य जीवन बीताने का निश्चय कर अपने घर लौट आई. उसकी मर्जी के मुताबिक बारात भी पुष्पा के दरवाजे पर आ चुकी थी. 

शादी के मण्डप में बैठे पुष्पा के गले में मंगल सूत्र भी पहना दिया गया था. लेकिन उसे क्या पता था की आगे क्या होंने वाला है. सिंदूर पड़ने वाली रस्म अब शुरू होने वाली थी. इसी बीच कोबरा बटालियन के जवान उसके शादी मण्डप में आ धमके. कुछ क्षणों के लिए उस शादी मण्डप की फिजा ही बदल गई. जो सिंदूर पुष्पा की मांगों में पड़ने वाली थी. वह शादी मण्डप की वेदी पर धरि की धरि रह गई. 

जिस कलाइयों पर शादी की चूड़ी और कंगना होता उसके पहले ही सरकारी कंगन पहना कर जवानों ने उसे हाजत की लाल दीवारों की ओर चलने को मजबूर कर दिया. उस रात न जाने पुष्पा अपने मन में क्या क्या सपना सजा रही थी. सारे सपना पल भर में चूर चूर हो गया. बाद में पुष्पा कोबरा जवानों के साथ हाजत की ओर चलने पर मजबूर हो गई. आज नियति ने भी इतिहास को एक बार फिर दुहरा दिया है. पुलिस ने नक्सली पुष्पा की मांग तक सिंदूर को पहुँचने ही नहीं दिया. जिसके कारण एक बार फिर पुष्पा सहमी सहमी सी दिखने लगी है. 

औरंगाबाद से दीनानाथ मौआर की रिपोर्ट 

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