औरंगाबाद में मंगलवार को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में देर रात काफी हंगामा और मारपीट हुई. पांच साल के बच्चे की मौत के बाद परिजन काफी आक्रोशित हो गए और ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टर के साथ काफी मारपीट की. यही नहीं, परिजनों ने पीएचसी परिसर में रखी कई गाड़ियों के शीशे चकनाचूर कर दिए.
पूरा मामला जिले के दाउदनगर इलाके का है, जहां मंगलवार को सुबह 11 बजे के करीब पुराना शहर के अंबेडकरनगर निवासी रामवचन राय अपने बेटे अंकित को लेकर पीएचसी पहुंचे. उनका कहना था कि बच्चे को सांप ने काट लिया है. इस दौरान पीएचसी में डॉ. यतीन्द्र प्रसाद सिंह और पीएचसी प्रभारी बैठे हुए थे. उन्होनें बच्चे की हालत देखते हुए उसे बड़े अस्पताल रेफर कर दिया. इसके बाद देर शाम करीब 35 लोग पीएचसी में आ गए और बच्चे की मौत का आरोप लगाकर मारपीट करने लगे.
वहीं इस घटना को लेकर यह भी जानकारी मिली कि बच्चे को कई अन्य जगहों पर झाड़-फूंक के लिए ले जाया गया था, मगर पहले ही उसकी मौत हो गई थी. मौत होने की सूचना मिलने के बाद लोगों ने डॉक्टर पर ही लापरवाही का आरोप लगाया और मारपीट करने लगे. डॉक्टर को बचाने गए दो सफाईकर्मी और अन्य स्वास्थ्य कर्मी भी घायल हो गए. सभी का स्थानीय पीएचसी में इलाज जारी है. इससे भी मन नहीं भरा तो लोगों ने गाड़ी के शीशे चकनाचूर कर दिए.
इस घटना की जानकारी जैसे ही पुलिस को मिली तो थानाध्यक्ष अरविंद कुमार गौतम, सब इंस्पेक्टर अमरेंद्र कुमार, एएसआई रंजीत कुमार, पंकज कुमार झा दलबल के साथ पहुंचे. उस समय वहां लोगों को काबू में करने के लिए हल्का बल प्रयोग करना पड़ा, जिसके बाद माहौल शांत हुआ. रात भर पुलिस ने पीएचसी में कैंप किया है ताकि किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटा जा सके.