बिहार उत्तरप्रदेश मध्यप्रदेश उत्तराखंड झारखंड छत्तीसगढ़ राजस्थान पंजाब हरियाणा हिमाचल प्रदेश दिल्ली पश्चिम बंगाल

LATEST NEWS

जागरुकता! बिहार को अपने गांव की तरह बना दीजिए नीतीश जी, यहां कोरोना से मौत का आंकड़ा "जीरो"

जागरुकता! बिहार को अपने गांव की तरह बना दीजिए नीतीश जी, यहां कोरोना से मौत का आंकड़ा "जीरो"

PATNA : एक तरफ बिहार की खराब स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर सीएम नीतीश कुमार के काम पर सवाल उठाए जा रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ बात अगर उनके पैतृक गांव कल्याणबिगहा की करें, तो यहां कोरोना की मौजूदगी लगभग नहीं के बराबर है। 2500 की आबादीवाले इस गांव में सिर्फ पांच लोग संक्रमित हुए, उन्हें भी गांव में ही इतना बेहतर इलाज मिला कि बीमारी से मुक्ति मिल गई। जहां बिहार में हजारों लोग कोरोना से मारे गए हैं। सीएम नीतीश के गांव में अब तक किसी की मौत नहीं हुई है। 

90 फीसदी टीकाकरण

सीएम नीतीश के गांव में 90 फीसदी लोगों ने कोरोना का टीका लिया है। पंचायत के सभी लोगों की जांच भी की गई है। ग्रामीण बताते हैं कि गांव में स्वास्थ्य व्यवस्था अच्छी होने के कारण ही कोरोना यहां नहीं फैल सका। खुद नीतीश कुमार फोन पर गांव के लोगों से बात करते रहते हैं और उन्हें बीमारी को लेकर जागरुक करते हैं। गांव के लोगों का कहना है कि यहां की स्वास्थ्य व्यवस्था इतनी अच्छी है बीमारी के इलाज के लिए बाहर जाने के लिए बाहर जाने की जरुरत नहीं होती है।

24 घंटे का कम्यूनिटी किचन

सीएम नीतीश का गांव बराह पंचायत में आता है। इस पंचायत में कल्याणबिगहा के अलावा महथुआ, बलवापर, डिहरा, दलदलीचक, टांड़पर गांव आते हैं। जिनकी कुल आबादी 13 हजार के करीब है। इस पंचायत में सभी लोगों के लिए सामुदायिक   किचन की व्यवस्था की गई है, जहां कभी भी कोई भी व्यक्ति जाकर खाना खा सकता है। गांव में दूसरी व्यवस्था की बातें करें तो यहां 12वीं तक स्कूल, आईटीआई, शूटिंग रेंज, पावर सब-स्टेशन और बैंक भी है।

जिस तरह सीएम नीतीश के पैतृक गांव में कोरोना को लेकर व्यवस्था है, हम तो मुख्यमंत्री से यही अपील करेंगें कि बिहार को अपने गांव की तरह बना दीजिए



Suggested News