NEWS4NATION DESK : अयोध्या विवाद पर सुप्रीम कोर्ट ने शनिवार को एतिहासिक फैसला सुनाते हुए विवादित जमीन पर राम मंदिर बनाए जाने का फैसला सुनाया। सुप्रीम कोर्ट के इस फैसेल का जहां पूरे देश ने स्वागत किया है। वहीं ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने इसपर असहमति जताई है।
इधर ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के इस असहमति पर दिल्ली जामा मस्जिद के शाही इमाम अहमद बुखारी ने बड़ा बयान दिया है। रामजन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद पर सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने अहमद बुखारीने कहा है कि यह मुलक कायदे और कानून से चलता है। फैसला आने के बाद उन्हें इस मसले में रिव्यू पिटीशन दायर करना ठीक नहीं लगता।
शाही इमान ने कहा है कि इस फैसले को स्वीकार किया जाना चाहिए, क्योंकि पहले भी मुस्लिम समुदाय कहता था कि उन्हें सुप्रीम कोर्ट का फैसला मंजूर होगा।
उन्होंने कहा कि 134 साल से चला आ रहा विवाद अब खत्म हो गया है। अदालत ने अपना फैसला दे दिया है। मुल्क में अब आगे इस तरह के तनाव से न गुज़रना पड़े। हमारे रिश्ते बेहतर हों इस लिहाज से हमें आगे बढ़ना होगा। पीएम नरेन्द्र मोदी ने जो बयान दिया है, उससे उम्मीद करना चाहिए कि देश में आपसी प्रेम और सौहार्द्र पैदा होगा। देश विकास की ओर बढ़ेगा।
बता दें AIMPLB के सचिव और सीनियर एडवोकेट जफरयाब जिलानीने अयोध्या मामले पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले से असंतुष्टी जाहिर की है। उनका कहना है कि बोर्ड की मीटिंग में यह तय किया जाएगा कि इस मामले में रिव्यू पिटीशन दायर किया जाए या नहीं।