भारत के नाम आज बैडमिंडन में एक और उपलब्ध जुड गई।आपको बता दें की भारतीय बैडमिंडन खिलाड़ी बी. साई प्रणीत का बैडमिंटन वर्ल्ड फेडरेशन के विश्व चैम्पियनशिप सेमीफाइनल में प्रवेश करते ही इतिहास बन गया। विश्व नंबर-19 के प्रणीत ने क्वार्टर फाइनल में विश्व नंबर-4 इंडोनेशिया के जोनाटन क्रिस्टिली को 51 मिनट में 24-22, 21-14 से मात दी।
इस जीत ने प्रणीत का टूनार्मेंट में कांस्य पदक पक्का कर दिया है।यह दिग्गज़ खिलाड़ी प्रकाश पादुकोण के बाद पहले भारतीय पुरुष खिलाड़ी हैं, जिन्होंने विश्व चैम्पियनशिप के अंतिम-4 में जगह बनाई है। बता दें कि प्रकाश पादुकोण ने 1983 में विश्व चैम्पियनशिप में कांस्य पदक जीता था।और वह ऐसा करने वाली पहली खिलाड़ी बनीं थीं।
प्रणीत के पास इस टूर्मानेंट में नया इतिहास रचने का भी मौका है,स्वर्ण पदक जीतकर वह नया इतिहास रच सकते है।इसके साथ ही उन्होंने अपने इंटरव्यू में कहा, “मेरे लिए यह एक बहुत बड़ी उपलब्धि है, क्योंकि प्रकाश पादुकोण के बाद इस टूर्नामेंट के पुरुष वर्ग में यह उपलब्धि कोई भी हासिल नहीं कर पाया है। अभी टूर्नामेंट में और भी मैच बाकी हैं।मुझे अब अपने आप को सेमीफ़ाइनल के लिए तैयार करना है।”
आपको बता दें कि सेमीफ़ाइनल में प्रणीत का सफ़र आसान नहीं होगा ,क्योंकी उनका मुकाबला विश्व नंबर-1 जापान के केंटो मोमोटा से होगा। इन दोनों खिलाड़ियों के बीच अबतक पाँच मुकाबले हो चुके हैं, जिसमें प्रणीत को तीन में हार झेलनी पड़ी है। ऐसे में उन्हें सेमीफ़ाइनल मैच में पूरी तैयारी के साथ उतरना हेगा, साथ ही यह मुकाबला उनके लिए चुनौतियों से भरा हुआ हेगा।