KHAGADIA : खगड़िया जिले में बाढ़ का कहर लगातार जारी है. कोसी,बागमती और कोसी की सहायक नदियाँ नदियाँ खतरे के निशान को पार कर उफान पर है. जिससे पानी कई नए इलाकों में प्रवेश कर गया है. बाढ़ के विकराल रूप धारण करने से जिले में लोग पलायन करने को मजबूर हैं. जिले के 7 प्रखंड अलौली, चौथम, मानसी, गोगरी, बेलदौर, खगड़िया सदर और परबत्ता के 90 पंचायत के लगभग 74 हजार की आबादी बाढ़ से प्रभावित हो गई है.
वहीं खगड़िया सदर प्रखंड के सोनमनखी के सैकड़ों लोग अपने जानवरों के साथ पुल पर आशियाना बनाये हुए हैं. हर तरफ सिर्फ पानी हीं पानी नजर आ रहा है. वहीं बाढ़ के कारण जिले के किसानों के सैकड़ों एकड़ में लगी मक्का की फसल बर्बाद हो चुकी है. बाढ़ से प्रभावित लोग राज्य सरकार और जिला प्रशासन से मदद का इंतज़ार कर रहे है.
बाढ़ पीड़ितों की मानें तो वो खाने के लिए दाने- दाने का मोहताज हैं. न पीने के पानी के लिए हैंडपंप है न कुंआ. बाढ़ की पानी ने पीने के पानी के हर साधन को डुबो दिया है. वे गंदे पानी पीने को मजबूर हैं. वहीं सबसे अधिक चिंता कोरोना जैसी वैश्विक महामारी में सोशल डिस्टेसिंग का है. बाढ़ में अपना आशियाना गंवा कर सैकड़ों लोग छोटे से जगह में रह रहे हैं.
स्वास्थ्य सुविधा के नाम पर कुछ नहीं है. बाढ़ में खगड़िया मुख्यालय पहुंचने से पहले हीं उनकी सांसे थम जाएगी. वहीं प्रशासन के किसी भी अधिकारी ने अभी तक प्रभावित क्षेत्रों का दौरा नहीं किया है. जिससे लोग काफी गुस्से में हैं. पीड़ितों की मानें तो बाढ़ ने उनका सब कुछ छीन लिया है. प्रशासन के द्वारा कोई भी सुविधा उन्हें नहीं दी गई है. लोग आखिर जायें तो कहाँ जायें.
खगडिया से अनिश कुमार की रिपोर्ट